कालकाजी के पुजारी ने हड़पा बहन का धन
कालकाजी पुजारी: धोखेबाज़, भूमाफिया, शराब तस्कर
इंद्र वशिष्ठ,
कहावत है कि डायन भी सात घर छोड़ देती है। लेकिन कलियुगी भाइयों ने तो अपनी बहन को भी नहीं छोड़ा।
नि:संतान और लाइलाज बीमारी (सिस्टैमिक स्कलेरोसिस) से पीड़ित बड़ी बहन का धन हड़पने, मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने वाले भाइयों के ख़िलाफ़ आई पी एस्टेट थाने में शिकायत दर्ज की गई है। इन लोगों का कालकाजी मंदिर से संबंध है।
कालकाजी मंदिर के पुजारी भाइयों सत्य नारायण भारद्वाज उर्फ पोनी उर्फ पवन भारद्वाज और सोहन लाल भारद्वाज उर्फ सोनू और उनके ममेरे भाई सत्यनारायण उर्फ मोनू के ख़िलाफ़ बहन और उसके पति के साथ गाली गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने की शिकायत दर्ज कराई गई है। आई पी एस्टेट थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भाग गए-
पुलिस ने 16 अगस्त 2024 को इन लोगों को तफ्तीश/ पूछताछ के लिए थाने में बुलाया था। पूछताछ के दौरान पोल खुलने पर गिरफ्तारी के डर/आशंका से सोनू और मोनू जांच अफसर को बताए बिना ही थाने से भाग गए।
मीना ने साझेदारी में अपने छोटे भाई सोनू के साथ व्यवसाय (दुकानें) किया था। भाई पर अंधा विश्वास करने के कारण उसने साझेदारी की कोई लिखत पढ़त नहीं की थी। यहीं उससे सबसे बड़ी गलती हो गई। जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ रहा है।
पिछले करीब दस साल से सोनू ने मीना को उसके हिस्से के पैसे देना बंद कर दिया। पैसा मांगने पर सोनू , पोनी ने उसके और उसके पति के साथ मारपीट, गाली गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। ममेरे भाई मोनू ने भी गाली गलौज/ बदतमीज़ी की ओर धमकी दी।
मीना ने अपनी और अपने पति की जान की सुरक्षा के लिए पुलिस से गुहार लगाई है।
भूमाफिया-
सत्यनारायण उर्फ पवन भारद्वाज उर्फ पोनी और उसके भाइयों सोहन लाल उर्फ सोनू और मनमोहन उर्फ टीटू ने जखीरा (सराय रोहिल्ला थाना क्षेत्र) में रेलवे की कई हज़ार गज जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है। रेलवे ने इस अवैध कब्जे को गिराने/ हटाने के लिए नोटिस भी लगा दिया था। अब मामला अदालत में है।
बहन के पैसे से संपत्तियां-
कुछ समय पहले तक जखीरा में रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा कर बनाए घर में रहने वाला सोनू बहन का पैसा हड़पने के बाद अब सोनीपत में एक्सप्रेस सिटी, सेक्टर पैंतीस में रहता है। बहन के पैसे से उसने सोनीपत में कई संपत्तियां बना ली।
मनाली में भी बाबा चाय बार के नाम से फ्रेंचाइजी/ दुकान खोल ली है। दुकान के बारे में सोनू ने अपने परिचितों को खुद ये बात बताई हैं।
दूसरी ओर बाबा चाय बार के मालिक पवन गौतम, अतुल गर्ग और रेनू का कहना है कि सोनू का बाबा चाय बार से कोई लेना देना नहीं है।
बाबा चाय बार का मालिक पकड़ा गया-
जबकि सच्चाई यह है कि सोनू के ममेरे भाई
मोनू के साथ बाबा चाय बार के चौथे पार्टनर सुनील पुत्र इंद्रजीत निवासी जटवाड़ा, सोनीपत को भी पुलिस ने मई 2024 को पकड़ा था।
सुनील खुद को पुलिस वाले का बेटा बताता है।
आई पी एस्टेट थाना पुलिस ने उसके खिलाफ कब्जा करने की कोशिश और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं के तहत एफआईआर (164/24, 15-5-2024) दर्ज की है ।
क्या बाबा चाय बार के मुहूर्त के अवसर पर सोनू, उसकी पत्नी और बच्चे भी मौजूद नहीं थे ? इस पर पवन गौतम ने यह माना कि सोनू मुहुर्त पर था।
इस बारे में बाबा चाय बार के मालिकों का जवाब हास्यास्पद है। उनका कहना है कि सोनू सिर्फ उनका जानकर है।
जबकि इस अवसर के वीडियो में सोनू जैसी आवाज सुनाई दे रही है जिसमें वह साफ कह रहा है कि माल रोड पर है अपनी दुकान, बाबा चाय बार के नाम से।
शराब तस्कर-
सत्यनारायण उर्फ पवन भारद्वाज उर्फ पोनी को 27 मई 2020 (एफआईआर नंबर 227 बुराड़ी थाना) को लॉकडाउन के दौरान अवैध शराब की तस्करी में उत्तर जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ़ ने गिरफ्तार किया था। उसके पास से शराब की 23 पेटियां बरामद हुई थी। पोनी भी जखीरा में रहता था लेकिन पुलिस को उसने अपना गलत पता 1704/122 शांति नगर, त्रि नगर का बताया था। जबकि इस पते पर उसके चाचा के परिवार रहते है। पता चला है कि शराब तस्करी के मामले में अदालत द्वारा जो समन भेजा जाता है पोनी ने वह समन लेने से अपने कुनबे वालों को मना कर रखा है। उत्तर जिला पुलिस को और मामले के जांच अफसर को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए।
शराब के मामले में जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद पोनी आजकल रोहिणी सेक्टर 13 में रहता है। पोनी को जखीरा, त्रि नगर में सट्टेबाज और जुआरी के रूप में जाना जाता है।
पुलिस की भूमिका-
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा, साइबर सेल या स्पेशल सेल अगर ईमानदारी से निगरानी/ तफ्तीश करें तो पोनी और उसके दोनों लड़कों की संदिग्ध गतिविधियों का आसानी से पता लगा सकती है।
आय का कोई स्थायी ज्ञात सोर्स न होने के बावजूद पचास लाख से ज्यादा कीमत की कार/ फॉरच्यूनर में घूमने वाले पोनी के बेटों की गतिविधियों के बारे में उनके रिश्तेदार और इलाके के लोगों में चर्चा है ये दोनों कोई कॉल सेंटर चलाते हैं। ये दोनों दिल्ली के अलावा भिलाई में भी सक्रिय हैं।
सैंकड़ों पुजारी-
कालकाजी मंदिर के दरअसल सैंकड़ों की संख्या में पुजारी हैं। चिराग दिल्ली निवासी पुजारियों के परिवारों के सभी सदस्यों को पुजारी ही कहा और माना जाता है।
पुलिसवाले का बेटा अपराधी-
सत्यनारायण उर्फ मोनू निवासी खरखौदा को आई पी एस्टेट पुलिस ने मई 2024 में लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल के एमडी सुरेश कुमार को धमकी देने और कब्जा करने की कोशिश के आरोप में पकड़ा था। अस्पताल परिसर में कब्जा करके खोखा लगाने की कोशिश की गई थी। मोनू के साथ सुनील (बाबा चाय बार वाला) पुत्र इंद्रजीत निवासी जटवाड़ा, सोनीपत, दीपांशु पुत्र मनोज निवासी सोनीपत और मोहित पुत्र महेंद्र निवासी रोहतक को भी पकड़ा गया था। सुनील ने पुलिस को बताया कि उसके पिता दिल्ली पुलिस में हैं और वह पुलिस मुख्यालय में तैनात हैं। इन सभी को जमानत/बाउंड डाउन/पाबंद करके छोड़ दिया गया।
आई पी एस्टेट थाना पुलिस ने कब्जा करने की कोशिश और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं के तहत एफआईआर (164/24, 15-5-2024) दर्ज की है ।
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