हरियाणा में सबसे ज्यादा अंधविश्वासी,
तंत्र-मंत्र, जादू-टोना का हरियाणा में बना ठिकाना
जादू- टोने के लिए हत्या में हरियाणा सबसे आगे
देश में जादू टोने ने ली 528 लोगों की जान
इंद्र वशिष्ठ
इंसान भी कितना अजीब है एक ओर तो वह खुद कों आधुनिक दिखाने की होड में लगा रहता है । इसके लिए वह नए-नए फैशन के कपडे पहनने से लेकर नए- नए आई पैड, मोबाइल और अन्य इस तरह की चीजों का सहारा लेकर अपनी जीवन शैली और कार्य शैली से खुद को समाज में हाई टैक , आधुनिक और खुले विचारों वाला दिखाने में लगा रहता है। दूसरी ओर अपनी समस्याओं के हल के लिए बाबाओं और तांत्रिकों के दरबार में बडी तादाद में बढ रही उनकी हाजिरी उनके अंधविश्वासी होने की पोल खोल रही है। इंसान का यहीं दोहरा चऱि़त्र असल में उसकी सभी समस्याओं की जड है।
तंत्र-मंत्र- जंतर में डूबे ऐसे ही अंधविश्वासियों ने जादू- टोने के चक्कर में तीन साल में देश में 528 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि जादू- टोने या तंत्र-मंत्र के कारण हत्या के मामले में दिल्ली से सटा सम्पन्न राज्य हरियाणा सबसे आगे है। हरियाणा में वर्ष 2008 में 25, वर्ष 2009 में 30 और वर्ष 2010 में 57 लोगों की अंधविश्वासियों ने हत्या कर दी। हरियाणा के बाद उडीसा ऐसा राज्य है जहां पर वर्ष 2010 में 31 लोगों की हत्या कर दी गई । सूचना प्रौद्योगिकी यानी आईटी के क्षेत्र में नाम कमाने वाला आंध्र प्रदेश भी इस मामले में पीछे नहीं है वहां पर भी वर्ष 2010 में 26 लोगों की इसी वजह से हत्या कर दी गई।
गृह मंत्रालय के आंकडों के अनुसार जादू टोने के कारण पूरे देश में वर्ष 2008 से 2010 के दौरान कुल 528 लोगों की हत्या कर दी गई। इन तीन सालों में अंधविश्वासियों ने हरियाणा में 112, झारखंड में 104, उडीसा में 82, आंध्र प्रदेश में 76,, मध्य प्रदेश में 58, महाराष्ट में 33, छतीस गढ में 29, गुजरात में 9, मेघालय में 6, बिहार और पश्चिम बंगाल में 4-4 ,कर्नाटक और , तमिलनाडु में 3-3, राजस्थान में 2, उत्तर प्रदेश ,त्रिपुरा और दादरा नगर हवेली में 3 लोगों को जादू टोने के कारण मौत के घाट उतार दिया गया।
No comments:
Post a Comment