Tuesday, 5 November 2024

दिल्ली पुलिस ने अपने रिश्वतखोर एएसआई को गिरफ्तार किया





दिल्ली पुलिस ने अपने एएसआई को गिरफ्तार किया


इंद्र वशिष्ठ,
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट द्वारा भी भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को पकड़ने का सिलसिला जारी है। विजिलेंस यूनिट ने कृष्णा नगर थाने में तैनात एएसआई प्रमोद कुमार को दस हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। चार नवंबर को एएसआई प्रमोद कुमार को शाहदरा जिले के कृष्णा नगर थाने के अंदर उसके कमरे से ही रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। 
दो लाख मांगे-
एएसआई प्रमोद कुमार ने पैसों के विवाद के एक मामले में शिकायतकर्ता को थाने बुलाया। एएसआई ने शिकायतकर्ता से कहा कि वह दूसरे पक्ष के साथ मामला निपटा लें, वरना उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके उसे गिरफ्तार किया जाएगा। एएसआई प्रमोद कुमार ने मामला बंद कर देने के लिए शिकायतकर्ता से दो लाख रुपए रिश्वत मांगी। परस्पर बातचीत के बाद एएसआई प्रमोद पचास हजार रुपए रिश्वत लेने को तैयार हो गया। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस यूनिट में शिकायत कर दी। 
चार नवंबर को एएसआई प्रमोद ने थाने में अपने कमरे में शिकायतकर्ता से रिश्वत के दस हज़ार रुपए लिए। विजिलेंस यूनिट ने छापा मारकर एएसआई को पकड़ लिया और उसकी मेज की दराज़ से रिश्वत की रकम बरामद कर ली। 
पुलिस अफसर ने बताया कि उपरोक्त शिकायतकर्ता से एक व्यक्ति ने अपनी कार गिरवी रख कर पैसे उधार लिए थे। शिकायतकर्ता ने अपने पैसे वापस मांगे तो उस व्यक्ति ने उसके खिलाफ पुलिस में झूठी शिकायत कर दी। इस मामले में एएसआई प्रमोद कुमार रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। 

भ्रष्ट पुलिसकर्मियों की लगातार धरपकड़ के बावजूद दिल्ली पुलिस में भ्रष्टाचार थम नहीं रहा। 
 
क्लोजर रिपोर्ट के लिए पैसे दो-
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने 24 अक्टूबर को समय पुर बादली थाने के एएसआई कृष्ण चंद को थाने के अंदर ही 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।  एएसआई कृष्ण चंद चोरी के एक मामले में क्लोजर रिपोर्ट फाइल करने के लिए शिकायतकर्ता से रिश्वत ले रहा था। 
एकाउंट डी-फ्रीज के लिए रिश्वत-
सीबीआई ने 24 अक्टूबर को उत्तर पश्चिम जिले में माडल टाउन स्थित साइबर थाने के हवलदार गिरीश महौर को बैंक अकाउंट डी-फ्रीज करने के लिए शिकायतकर्ता से आठ हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा। 
डेढ़ करोड़ रुपए रिश्वत-
सीबीआई ने 15 अक्टूबर को शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए बुराड़ी थाने के  इंस्पेक्टर संदीप अहलावत एवं सब- इंस्पेक्टर भूपेश कुमार को गिरफ्तार किया था। भ्रष्टाचार का आलम ये है कि इन निरंकुश, बेखौफ पुलिसवालों ने शिकायतकर्ता से डेढ़ करोड़ रुपए रिश्वत मांगी थी। इस मामले में बुराड़ी थाने के एसएचओ अजीत सिंह को लाइन हाज़िर किया गया था।
मकान बनाना है तो रिश्वत दो-
दिल्ली पुलिस की  विजिलेंस यूनिट ने 9 अक्टूबर को वसंत कुंज (दक्षिण) थाने में तैनात सिपाही अमित को एक महिला से मकान का निर्माण कार्य जारी रखने देने की एवज़ में तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। 
बीट में तैनात सिपाही अमित ने रिश्वत न देने पर महिला के मकान का निर्माण कार्य रोक देने और उसे तुड़वा देने की धमकी दी।





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