Wednesday 19 October 2022

आतंकियों-बदमाशों-तस्करों के गठजोड़ पर NIA का प्रहार, वकील और शराब माफिया गिरफ्तार। पिस्तौलें बरामद


आतंकियों-बदमाशों-तस्करों के गठजोड़ पर एनआईए का प्रहार


इंद्र वशिष्ठ
भारत और विदेशों में स्थित आतंकवादियों, बदमाशों और ड्रग / हथियार तस्करों के  गठजोड़ को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का अभियान जारी है।

एनआईए ने इस अभियान के दौरान अपराधियों से गठजोड़ करने वाले एक वकील और एक शराब माफिया को गिरफ्तार किया। वकील के यहां से पिस्तौले और कारतूस आदि बरामद हुए है।

एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर पूर्वी  दिल्ली में उस्मान पुर के गौतम विहार निवासी वकील आसिफ खान को 18 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया। 
आसिफ खान के परिसर की तलाशी में चार पिस्तौल आदि हथियार बरामद हुए है। पिस्तौल गुप्त स्थान पर छिपाई गई थी।
एनआईए के अनुसार वकील आसिफ खान जेल में बंद और बाहर मौजूद दिल्ली और हरियाणा के अपराधियों के संपर्क में था।
वकील आसिफ अपराधियों की गैरकानूनी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने में सक्रिय रूप से शामिल था।
शराब माफिया-
एनआईए ने अवैध शराब माफिया राजेश उर्फ राजू मोटा निवासी बसोडी, सोनीपत हरियाणा को भी गिरफ्तार किया है। सोनीपत और आसपास के इलाके में सक्रिय शराब माफिया राजेश कुख्यात बदमाश संदीप उर्फ काला जठेड़ी का साथी है। अपराध से कमाई मोटी रकम अवैध शराब के धंधे में लगाई गई है।
नेस्तनाबूद करने का अभियान-
एनआईए का मकसद भारत और विदेशों में स्थित आतंकवादियों, बदमाशों और ड्रग / हथियार तस्करों के  गठजोड़ को खत्म करना है। 
आतंकवादियों-अपराधियों-ड्रग/ हथियार तस्करों के नापाक गठजोड़ को नेस्तनाबूद करने के लिए एनआईए ने इस साल अगस्त में दो मामले दर्ज कर सितंबर में छापेमारी शुरू की थी। 
इसी अभियान के तहत एनआईए ने 18 अक्टूबर को दूसरी बार पांच राज्यों में बदमाशों के 52 ठिकानों पर छापेमारी की। 
 इस अभियान के तहत कुख्यात बदमाशों, उनके आपराधिक/ बिजनेस सहयोगियों, शराब माफिया और हथियार सप्लायर के ठिकानों पर यह छापेमारी की गई।

दिल्ली-  बवाना में नवीन उर्फ बाली, ताजपुर में अमित उर्फ दबंग के अलावा नॉर्थ ईस्ट में संदीप उर्फ बंदर और सलीम उर्फ पिस्तौल के ठिकानों पर छापेमारी की गई।
उत्तर प्रदेश- नोएडा,  खुर्जा बुलंद शहर में कुरबान और रियाज के ठिकानों पर छापेमारी की गई।
हरियाणा- बदमाश नरेश सेठी के झज्जर, सुरेंद्र उर्फ चीकू के नारनौल, अमित डागर के 
गुरुग्राम के ठिकानों के अलावा बदमाशों के मानेसर, रेवाड़ी, महेन्द्र गढ, रोहतक, सोनीपत, झज्जर, यमुनानगर जिलों में छापेमारी की गई।
राजस्थान- बदमाश संपत नेहरा के चुरु, भरतपुर ,अलवर के ठिकानों पर छापेमारी की गई।
पंजाब- अबोहर, बठिंडा, मुक्तसर साहब, मोगा, लुधियाना, चंडीगढ़, मोहाली में छापेमारी की गई।
पंजाब के बठिंडा में वकील गुरप्रीत सिंह सिद्धू, कबड्डी प्रमोटर जग्गा जंडियन और जमान सिंह के आवासों पर छापेमारी की गई।

बरामदगी-
इन छापों में हथियार, डिजिटल डिवाइस, नकदी, सोना, अपराध के पैसे से बनाई बेनामी संपत्ति के कागजात के अलावा धमकी वाले पत्र आदि बरामद हुए हैं।
सोशल मीडिया पर प्रचार-
जेल में बंद कुख्यात बदमाश अपने गिरोहों के माध्यम से जेल से हत्या और जबरन वसूली का धंधा चलाते हैं। यह गिरोह टारगेट किलिंग, हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी से धन कमाते हैं। व्यापारियों, डॉक्टरों आदि प्रोफेशनल्स से भी जबरन वसूली करते हैं।
लोगों में अपना आतंक कायम करने के लिए ये गिरोह अपने अपराधों का सोशल मीडिया पर प्रचार करते हैं।

आतंकियों और बदमाशों के गठजोड़ वाले गिरोह के कई बदमाश कनाडा, आस्ट्रेलिया, मलेशिया और पाकिस्तान में बैठ कर भारत में आतंकी और आपराधिक गतिविधियों में शामिल है।
यूएपीए लगाया -
एनआईए ने अगस्त में नीरज बवाना, लॉरेंस बिश्नोई समेत अनेक कुख्यात गिरोहों के सरगनाओं  पर मामले दर्ज कर जांच शुरू की थी। इन पर गैरकानूनी गतिविधियां निरोधक कानून (यूएपीए) की धारा भी लगाई गई थी।
एनआईए ने 12 सितंबर को कनाडा में मौजूद बदमाश गोल्डी बरार के भारत स्थित ठिकानों, लारेंस विश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया, वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा, संदीप उर्फ काला जठेड़ी, विक्रम बरार, गौरव पटियाल उर्फ लक्की ( गौरव पहले आर्मेनिया में पकड़ा गया था), नीरज बवाना, कौशल चौधरी, टिल्लू ताजपुरिया, अमित डागर, दीपक कुमार उर्फ टीनू, संदीप उर्फ बंदर, उमेश उर्फ काला, इरफान उर्फ चीनू पहलवान, आसिम उर्फ हाशिम बाबा, सचिन भांजा और इनके साथियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी।
एनआईए ने तब पांच राज्यों में इन बदमाशों के पचास से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी। 
नीरज बवाना के घर से  मिले अवैध हथियार के मामले में उसके पिता को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
आईएसआई  और खालिस्तानियों से संबंध-
पुलिस को  जांच के दौरान खासतौर पर पंजाब के बदमाशों का आईएसआई और खालिस्तानी आतंकियों के साथ संबंध की बात सामने आई थी इसके बाद एनआईए ने यह अभियान शुरू किया है। 


(लेखक इंद्र वशिष्ठ दिल्ली में 1990 से पत्रकारिता कर रहे हैं। दैनिक भास्कर में विशेष संवाददाता और सांध्य टाइम्स (टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप) में वरिष्ठ संवाददाता रहे हैं।






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