Saturday, 6 July 2024

10 लाख रुपए रिश्वत मांगने वाले दो हवलदार फरार, सीबीआई हवलदारों को रंगेहाथ पकड़ने में विफल, डीसीपी ने हवलदारों और इंस्पेक्टर को निलंबित किया



10 लाख रुपए रिश्वत मांगने वाले दो हवलदार फरार



इंद्र वशिष्ठ, 
सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के दो हवलदारों के ख़िलाफ़ दस लाख रुपए रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया है। सीबीआई दोनों हवलदारों की तलाश कर रही है। 
सूत्रों के अनुसार सीबीआई की हवलदारों को रंगेहाथ पकड़ने की योजना विफल हो गई। 
निलंबित-
उत्तरी जिले के डीसीपी मनोज कुमार मीना ने नारकोटिक्स सैल में तैनात हवलदार रवींद्र ढाका, हवलदार प्रवीण सैनी और उनके सुपरवाइजरी अफसर इंस्पेक्टर सुरेन्द्र को  निलंबित कर दिया है। 
सीबीआई के अनुसार अरुण कुमार की शिकायत पर उत्तरी जिले के नारकोटिक्स सैल में तैनात हवलदार रवींद्र ढाका और हवलदार प्रवीण सैनी के ख़िलाफ़ तीन जुलाई को मामला दर्ज किया गया। 
दस लाख मांगे-
अरुण के भाई कोशिंदर को नारकोटिक्स सैल ने एनआरएक्स दवाओं के साथ एनडीपीएस एक्ट के तहत मई में गिरफ्तार किया था। वह जेल में है। इस मामले में जांच अधिकारी इंस्पेक्टर सुरेन्द्र है। 
 अरुण के अनुसार हवलदार प्रवीण सैनी और हवलदार रवींद्र ढाका ने उससे कहा कि हम तुम्हें जब्त की गई दवाओं का विवरण दे देंगे। तुम उनका फर्जी बिल बनवा लेना। उस बिल को हम सत्यापित करके अदालत में उसे असली बता देंगे। इस आधार पर कोशिंदर को जमानत मिल जाएगी। इसके लिए हवलदारों ने दस लाख रुपए रिश्वत मांगी। सीबीआई की हवलदारों को रंगेहाथ पकड़ने की योजना विफल हो गई। सीबीआई इस मामले में इंस्पेक्टर सुरेन्द्र की भूमिका की भी जांच कर रही है। 

शिकायतकर्ता को अगवा कर लिया-
शिकायतकर्ता अरुण तीन जुलाई को रिश्वत की रकम देने गया। हवलदार प्रवीण सैनी और रवींद्र ढाका ने शिकायतकर्ता को अपनी कार में बिठा लिया। शिकायतकर्ता ने रिश्वत के तीन लाख रुपए हवलदारों को दिए। तभी हवलदारों की नज़र सीबीआई की टीम पर पड़ गई। हवलदारों ने शिकायतकर्ता के सिर पर पिस्तौल लगा दी और कार भगा ली। हवलदारों ने रास्ते में न्यू पुलिस लाइन कालोनी में कहीं रिश्वत के रुपए फेंक दिए।  शिकायतकर्ता की तलाशी ली उसके पास मिले रिकार्डर और फोन को तोड़ कर नाले में फेंक दिया। चलती कार शिकायतकर्ता की पिटाई करते रहे और ब्रिटानिया चौक से आगे रिंग रोड पर शिकायतकर्ता को कार से धक्का देकर फरार हो गए। शिकायतकर्ता वहां से सीबीआई टीम के पास गया और आपबीती बताई। सात जुलाई को  दोनों हवलदारों के ख़िलाफ़ अपहरण, लूट और धमकी मामला दर्ज किया गया।


सब- इंस्पेक्टर ने 5 लाख मांगे-
सीबीआई ने उत्तरी जिले के इसी दफ़्तर में तैनात सब- इंस्पेक्टर विजय पाल के ख़िलाफ़
भी बाप-बेटे को हथियार बनाने के मामले में फंसाने की धमकी दे कर 5 लाख रुपए मांगने का मामला 20 अक्टूबर 2023 को दर्ज किया था। इस मामले में भी सीबीआई सब- इंस्पेक्टर को रंगेहाथ गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। डीसीपी मनोज कुमार मीना ने सब- इंस्पेक्टर विजय पाल को निलंबित और लाइन हाज़िर कर दिया था। 
सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने सब- इंस्पेक्टर विजय पाल को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया। लेकिन सब-इंस्पेक्टर को शायद भनक लग गई और उसने रिश्वत के पैसे शिकायतकर्ता से लिए ही नहीं। 












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