एनआईए ने आतंकवादियों के मददगार नशा तस्करों के 91 लाख रुपए बरामद किए।
इंद्र वशिष्ठ
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हंदवाड़ा मादक पदार्थ-आतंकवाद मामले की जांच के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के एक खेत में छिपाकर रखे गए 91 लाख रुपए बरामद किए हैं।
एनआईए की प्रवक्ता ने जया रॉय ने बताया कि एक मार्च को गिरफ्तार किए गए पांच अभियुक्तों से पूछताछ में हुए खुलासे के बाद यह रकम बरामद की गई है। ये अभियुक्त फिलहाल 15 दिन के रिमांड पर हैं।
खेत में 91 लाख-
एनआईए ने जांच में हुए खुलासे के आधार पर तलाशी अभियान चलाया और मादक पदार्थों की तस्करी से हासिल किए गए 91 लाख रुपए बरामद कर लिए। यह रकम कश्मीर में सांबा जिले के रामगढ़ थाना के गुरवाल गांव में एक खेत में मिली।
एनआईए की जांच में खुलासा हुआ है कि नशे के तस्करों से यह रकम रोमेश कुमार को अपने लिए और विभिन्न आतंकवादी गिरोहों को देने के लिए मिली थी।
एक मार्च को जम्मू और कश्मीर से रोमेश कुमार के अलावा गांदरबल के अल्ताफ अहमद शाह,बांदीपोरा के शौकत अहमद पारी,शोपियां के मुदासिर अहमद डार और अनंतनाग जिले के अमीन आलाई उर्फ हिलाल मीर को गिरफ्तार किया गया था ।
लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन को धन से मदद की।
कश्मीर में नशे (हेरोइन) के सौदागर/ तस्करों का यह गिरोह पाकिस्तान से हेरोइन लाकर कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों में सप्लाई करता था। नशा बेच कर मिला पैसा लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को देते थे।
21 किलो हेरोइन बरामद-
पिछले साल हेरोइन तस्करों के गिरोह से 21 किलो हेरोइन और करीब एक करोड़ 36 लाख रुपए बरामदगी के मामले मेंं इन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
पिछले साल 11 जून को हंदवाड़ा थाने की पुलिस ने नाके पर जांच के लिए अब्दुल मोमिन पीर की हुंदई क्रेटा कार को रोका। कार की तलाशी में दो किलो हेरोइन और बीस लाख रुपए बरामद हुए।
इस मामले की जांच 23 जून को एनआईए को सौंप दी गई। एनआईए द्वारा इस मामले में 5 दिसबंर 2020 को 6 अभियुक्तों के खिलाफ जम्मू में एनआईए की विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिला किया जा चुका है।
पाकिस्तान से हेरोइन की तस्करी-
एनआईए को जांच के दौरान पता चला कि हेरोइन तस्करों का यह गिरोह पाकिस्तान से भारी मात्रा में हेरोइन लाकर कश्मीर और देश के दूसरे हिस्सों में सप्लाई करता है।
नशे के पैसे से आतंकवाद-
तफ्तीश के दौरान यह भी पता चला कि हेरोइन तस्कर पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी गिरोह हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर ए तैयबा से चैट प्लेटफार्म के माध्यम से नियमित रुप से संवाद करता है।
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