नवीन बाली
राहुल काला
बेकसूर छात्रों को फंसाने वाले स्पेशल सेल ने बदमाशों के लिए हवालात को बनाया मैखाना, सजाया दस्तरख़ान
कमिश्नर राकेश अस्थाना वर्दी वाले गुंडों को जेल कब भेजोगे?
कुख्यात बदमाश हवालात और जेल में भी जश्न मनाते हैं। पुलिस अपने खास मेहमानों (गुंडों) के लिए हवालात में बकायदा दस्तरख़ान सजाती हैं। शराब, सलाद, नमकीन ,सिगरेट से लेकर कोल्ड ड्रिंक्स तक पेश करती है यहीं नहीं हवालात में बंद बदमाशों को बाहर मौजूद गिरोह के साथियों से संपर्क साधने के लिए मोबाइल फोन भी उपलब्ध कराती है।
दारू पार्टी में शामिल होने के लिए बदमाश बाहर से अपने साथियों को भी हवालात में बुला लेते हैं।
लेकिन यह सुविधा हर किसी बदमाश के लिए उपलब्ध नहीं है। यह सुविधा वहीं पा सकता है जो अपराध जगत का कुख्यात बदमाश हो और जिसके पास भ्रष्ट वर्दीधारी गुंडों के मुंह में ठूंसने के लिए रिश्वत रुपी गोबर हो।
अपराधी बेखौफ-
खाकी को खाक मिलाने वाले गुंडोंं से सांठगांठ करने वाले भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के कारण ही अपराधी बैखौफ हो गए हैं। ऐसे भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के कारण ही पुलिस बदनाम है।
दूसरी ओर बदमाशों को पकड़ने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले पुलिसकर्मियों का मनोबल टूटता है। बदमाश भी उनका ताने मार कर मजाक उड़ाते हैं।
हवालात है या ससुराल?
हवालात में शराब की पार्टी का एक वीडियो वायरल हैं। हवालात में बदमाश नवीन बाली और उसके भाई राहुल काला के साथ चार अन्य लोग मौजूद है।
इनके सामने शराब, सलाद, चिप्स और कोल्ड ड्रिंक्स आदि रखी हुई है। जाम छलकाए और सिगरेट के कश मारे जा रहे हैं बदमाश राहुल काला आराम से लेटा मोबाइल पर बात कर रहा है। ऐसा लगता है जैसे ये बदमाश हवालात में नहीं बल्कि ससुराल में हैं।
हवालात के बाहर खातिरदारी के लिए दो पुलिसकर्मी मौजूद हैं। जो शायद हुकुम की तामील करने के लिए बैठे हैं।
वीडियो में मौजूद दोनों भाई नवीन और राहुल जेल में बंद नीरज बवाना गिरोह के बदमाश हैं। राहुल और नवीन मंडौली जेल में बंद है।
हत्या की साजिश।-
स्पेशल सेल को किसी के फोन की निगरानी के दौरान पता चला कि ये दोनों भाई रोहिणी जेल में बंद अपने दुश्मन की हत्या की साजिश रच रहे हैं। स्पेशल सेल ने आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया। इसके बाद मंडौली जेल में बंद नवीन और राहुल को गिरफ्तार किया। इन दोनों को पांच अगस्त से स्पेशल सेल ने अपनी हिरासत में रखा और दस अगस्त को वापस जेल भेज दिया।
वीडियो वायरल-
12 अगस्त को सोशल मीडिया पर हवालात में हुई शराब पार्टी का वीडियो वायरल किया गया। यह वीडियो नीरज बवाना ग्रुप के नाम से डाला गया।
वीडियो स्पेशल सेल के लोदी कालोनी के हवालात का है। यह बहुत ही गंभीर, खतरनाक और चौंकाने वाला मामला है। आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले स्पेशल सेल, लोदी कालोनी की सुरक्षा किले जैसी है। ऐसे में बदमाशों द्वारा शराब की दावत करना और उसमें बाहर से अपने साथियों को बुलाना सुरक्षा की दृष्टि से भी बहुत ही गंभीर मामला है।
चीलबाज ने बनाया वीडियो।
पुलिस सूत्रों के अनुसार हवालात में पार्टी में मौजूद अन्य लोगों के नाम दुष्यंत उर्फ मोनू (बाजीत पुर),अमित लोटा (आसौधा), सचिन उर्फ चीलबाज (बराही) और मन्नू उर्फ टैटू (दक्षिण दिल्ली) हैं।
सूत्रों के अनुसार बदमाश दुष्यंत मोनू इस समय जमानत पर है। सचिन उर्फ चीलबाज ने यह वीडियो बनाया बताते है।
भ्रष्ट पुलिस अफसर को हवालात में कब डालोगे ?
सूत्रों ने बताया कि इस वीडियो के वायरल होते ही वरिष्ठ अफसरों को बता दिया गया था। लेकिन अभी तक किसी पुलिस अफसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को इस मामले में शामिल पुलिस अफसरों के खिलाफ ऐसी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि दोबारा कोई अफसर ऐसी करतूत न करें।
पुलिस कमिश्नर की नजर में अगर कानून का रत्ती भर भी सम्मान हैं तो उन भ्रष्ट पुलिस अफसरों को हवालात में बंद करना चाहिए ,जिन्होंने बदमाशों के साथ सांठगांठ कर खाकी वर्दी को कलंकित किया है।
सेल वाले तो मौज कराते हैं।-
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह वीडियो वायरल होने के बाद उन अफसरों पर तंज कसे जा रहे हैं जो बदमाशों को पकड़ने में जी जान से जुटे रहते हैं। उन्हें बदमाशों द्वारा भी कहा जाता हैं कि तुम बेकार में बदमाशों से क्यों दुश्मनी पाल रहे हो,तुम भी पैसा लिया करो, तुम भी एंजॉय करो, जैसे सेल वाले एंजॉय कर रहे हैं। यह भी कहा जाता है कि देख लो तुम्हारे ये स्पेशल सेल वाले तो हमें मौज कराते हैं।
छात्रों को फंसाने वाली पुलिस बदमाशों के कदमों में।
यह वहीं स्पेशल सेल, लोदी कालोनी हैं जिसने छात्रों को देशद्रोही, दंगाई और आतंकी बता कर जेल में डाल दिया था। लेकिन स्पेशल सेल की पोल अदालत में खुल गई थी ।
गैरकानूनी गतिविधि निरोधक कानून (यूएपीए) में बेकसूरों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस ने हवालात में बदमाशों की दावत कर खुद गैरकानूनी कार्य किया है।
सेल का सुशील से स्पेशल प्रेम।-
लोदी कालोनी स्थित स्पेशल सेल सुशील पहलवान का आत्म समर्पण कराने और सुशील के साथ फोटो खिंचवाने के कारण भी विवादों में रहा है।
पुलिस और जेल प्रशासन के भ्रष्ट अफसरों द्वारा बदमाशों और अमीर मुलजिमों को विशेष सुविधाएं देने के मामले अक्सर सामने आते हैं। लेकिन स्पेशल सेल के हवालात में बदमाशों द्वारा दारू पार्टी करना बहुत ही संगीन मामला है।
दावत की परंपरा-
साल 1999 में माडल जेसिका लाल की हत्या के मामले में गिरफ्तार दो अभियुक्तों को महरौली थाने में तत्कालीन एसएचओ सुरेंद्र शर्मा और एडिशनल एसएचओ ने होटल से मंगवा कर अपने दफ्तर में खाना खिलाया था। यह मामला इस पत्रकार ने सांध्य टाइम्स में उजागर किया था।
this is law and order
ReplyDeletewhich can not change
लगभग हर अपराध के बाद अपराधी पकड़े जाते हैं लेकिन उन्हें सही सजा नहीं मिलती इसलिए अपराधी बार बार अपराध करते हैं। उन्हें कानून अथवा न्यायालय का कोई भय नहीं होता है। भयंकर अपराध करने के बाद भी उनको जमानत मिल जाती है और उसके बाद बीस बीस साल तक केस चलता है, गवाह खत्म, सबूत खत्म, अपराधी बाइजजत बरी।
ReplyDeleteकुछ महीने पहले यूपी के एक बलात्कार केस में बीस साल बाद कोर्ट ने बलात्कारी को यह कहते हुए बरी कर दिया कि उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं है उसनेे बलात्कार किया ही नहीं। मीडिया ने भी अभियुक्त के साथ सहानुभूति जताई कि ख्वामखाह उसको बीस साल तक लज्जित होना पड़ा।,,,,,बीस साल? बलात्कार का केस बीस साल? पहले बलात्कार और फिर बीस साल अदालत में बलात्कार। वह कब तक बहती यह सब?