Tuesday 3 August 2021

ओलंपियन सुशील पहलवान ने डर,अपमान और वर्चस्व के कारण की हत्या। सुशील के फ्लैट के कागजात में जालसाजी, FIR दर्ज


ओलंपियन सुशील पहलवान के डर और वर्चस्व ने कराई हत्या। 
सुशील के फ्लैट के कागजात में जालसाजी। 


इंद्र वशिष्ठ
ओलंपियन सुशील पहलवान ने डर और अपमान के कारण सागर पहलवान की हत्या की है। सुशील का मकसद बदला, सबक सिखाना और अपना वर्चस्व कायम करने का था। दूसरी ओर सुशील के जिस फ्लैट को लेकर यह अपराध हुआ उसके कागजात में जालसाजी पाई गई है। 

छत्रसाल स्टेडियम में 4 मई की रात को पहलवान सागर हत्याकांड के मामले में पुलिस ने अदालत में  दो अगस्त को आरोप पत्र दाखिल कर दिया।
अपराध शाखा ने 170 पेज के आरोप पत्र में फिलहाल 13 लोगों को आरोपी बनाया है। 
पुलिस  का दावा है कि 20 आरोपियों की पहचान हुई है, जिनमें सुशील समेत गिरफ्तार 15 आरोपी जेल में हैं।
पहलवान सुशील कुमार को सागर की हत्या का मुख्य आरोपी और 'साजिशकर्ता' बताया है। 
पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट के अनुसार छत्रसाल स्टेडियम में हुआ झगड़ा जिसमें सागर पहलवान की मौत हुई थी वह ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार द्वारा रची हुई साजिश का नतीजा था। सुशील पहलवानों के बीच अपना वर्चस्व कायम करना चाहता था। 
साजिश-
पुलिस ने चार्जशीट में कहा कि मौजूदा घटना सोनू महाल और सागर से बदला लेने के लिए आरोपी सुशील कुमार के साथ ही उसके साथियों द्वारा रची गई साजिश है।
 इस मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने कहा कि सुशील सागर और सोनू को सबक सिखाना चाहता था और अपनी ताकत के जरिए स्टेडियम में अपना वर्चस्व कायम करना चाहता था। इसमें कारण भी बताए गए हैं कि क्यों सुशील और उनके साथी बदला लेना चाहते थे।
ओलंपियन सुशील डर गया-
स्टेडियम में पहलवानों के बीच में ऐसी चर्चा/ कानाफूसी हो रही थी कि सुशील कुमार माडल टाउन के अपने फ्लैट में रहने वाले  किराएदार सागर, भगतसिंह और सोनू महाल से डर गया है। अपने स्टेडियम के पहलवानों की आंखों में सम्मान कम होने को लेकर वह बहुत अपमानित महसूस कर रहा था।
पुलिस जांच में स्थापित किया गया कि यह घटना सागर और सोनू द्वारा सुशील के फ्लैट को खाली करने की शुरुआती अनिच्छा और स्टेडियम में हुई इस चर्चा के कारण हुई कि ओलंपियन सुशील पहलवान दोनों से डर गया था और उनका सामना नहीं कर सकता।
पुलिस के मुताबिक, दूसरा कारण यह था कि सुशील को इस बात का बहुत ज्यादा शक था कि उसके द्वारा प्रशिक्षित पहलवान उसके आने-जाने और गतिविधियों की सूचनाएं भी सागर और सोनू को दे रहे थे। 
सोनू महाल से खतरा-
सुशील को डर था कि अनेक अपराधों में  शामिल बदमाश सोनू उसको नुकसान पहुंचा सकता हैं।
सोनू कुख्यात बदमाश काला जठेड़ी का रिश्तेदार भी है।
सुशील को जब महसूस हुआ कि उसके अपने कुछ चेले पहलवान सोनू और सागर को उसकी गतिविधियों की जानकारी दे रहे हैं, तो उसने  खुद को ठगा हुआ महसूस किया और इसलिए अपने पहलवानों के बीच सम्मान कम होने के कारण उसे सागर और सोनू से बहुत दिक्कत /खुंदक/शिकायत थी।
संपत्ति विवाद से वर्चस्व तक-
मॉडल टाउन स्थित विवादित फ्लैट को लेकर शुरू हुआ झगड़ा वर्चस्व की जंग में तब्दील हो गया था।
साजिश के बारे में कहा गया है कि 4 मई को सुशील और अजय ने जोगिंदर काला आसोधा गैंग के बदमाशों को हथियारों के साथ छत्रसाल स्टेडियम बुलाया। दिल्ली से भी कुछ बदमाश बुलाए।
अपहरण-
सुशील 4 मई की शाम शालीमार बाग से अमित उर्फ खागड़ और रवींदर उर्फ भिंडा को जबरन उठाकर लाया। इसके बाद मॉडल टाउन से सागर पहलवान, जय भगवान उर्फ सोनू महाल और भगत सिंह उर्फ भगते को हथियारों के दम पर अगवा किया गया।
छत्रसाल स्टेडियम में इन सभी की लाठी-डंडों से बुरी तरह  पिटाई की गई। इस दौरान सागर, अमित और सोनू को गंभीर चोटें आईं। इलाज के दौरान सागर की 5 मई 2021 को सुश्रत ट्रॉमा सेंटर में  मौत हो गई।
बुरी तरह पीट कर बेसमेंट में डाला-
 30 से 40 मिनट तक पीड़ितों को बुरी तरह पीटा गया। लाठी, डंडा, हॉकी, बेसबॉल, बैट आदि के साथ कुछ के पास हथियार भी थे। गोली भी चलाई गई। इस बीच रविंद्र उर्फ भिंडा वहां से बचकर भाग निकला। उसी ने पुलिस को फोन किया। 
पुलिस की गाड़ी का सायरन सुनकर आरोपी सोनू महाल और सागर को स्टेडियम के बेसमेंट में ले गए और वहां उन दोनों को छोड़कर मौके से फरार हो गए।
 सोनू महाल उर्फ जय भगवान की गैरहाजिरी में अजय ने फ्लैट में लगी उसकी गर्लफ्रेंड की फोटो का वीडियो बनाया था जिसपर सोनू ने अजय को गाली दी थी। अजय की इस वजह से भी सोनू से दुश्मनी थी।
दबदबा दिखाने के लिए वीडियो बनाया-
पुलिस ने आरोपी प्रिंस दलाल को 4-5 मई को वारदात वाली रात मौके से गिरफ्तार कर लिया था। उसके मोबाइल से घटना का एक वीडियो मिला था, जो उसने सुशील के कहने पर बनाया था। पहलवानों में अपना दबाकर कायम करने के लिए वीडियो बनवाया गया था। 
प्रिंस दलाल के पास से एक बंदूक भी बरामद हुई थी।
वीडियो अहम सबूत-
वारदात के दौरान बनाई वीडियो की रोहिणी स्थित एफएसएल में जांच कराई गई। बताया गया कि वीडियो से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई। वीडियो को गुजरात की लैब में भी भेजा गया। वहां से भी रिपोर्ट आई कि वीडियो से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। 
155 गवाह-
इस मामले में कुल 155 गवाह हैं, जिनमें पीडित जय भगवान उर्फ सोनू महाल, अमित उर्फ खागड़, रवींदर उर्फ भिंडा और भगत सिंह उर्फ भगते मौका-ए-वारदात के चश्मदीद हैं। इनकी गवाही इस केस में काफी अहम रहने वाली है।
15 गिरफ्तार -
सुशील कुमार, अजय सहरावत, प्रिंस दलाल, भूपेंद्र उर्फ भूपी, मोहित उर्फ भोली, गुलाब उर्फ पहलवान, मनजीत उर्फ चुन्नी लाल, वीरेंदर उर्फ विंदर, रोहित करोर, अनिरुद्ध नाहरी, सुभाष, गौरव लोरा और सुरजीत ग्रेवाल को आरोपी बनाया गया है। प्रवीण डबास और अनिल धीमान बाद में गिरफ्तार हुए थे, इसलिए उनके खिलाफ अभी आरोप पत्र दाखिल नहीं किया गया है। सरकारी स्कूल में पीटीआई अजय कांग्रेस के निगम पार्षद सजायाफ्ता अपराधी सुरेश बक्करवाला का बेटा है। सुभाष भी सरकारी स्कूल में जूडो कोच हैं।
5 फरार तीन पर इनाम -
इस मामले में पुलिस को अभी 5 और आरोपियों की तलाश है। इनमें आसौधा गांव के प्रवीण उर्फ चोटी, जोगिंदर उर्फ काला और राहुल ढांडा पर 50-50 हजार रुपए का इनाम है। बाकी दो सुल्तानपुर डबास के रहने वाले आरोपियों की पहचान बाद में हुई है।
 धाराएं-
हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, लूटपाट, दंगा, लूटे माल की बरामदगी, जान से मारने की धमकी ,आपराधिक साजिश, सरकारी गाइडलाइंस का उल्लंघन करने और आर्म एक्ट समेत कई धाराएं लगाई गई हैं। 
आईपीसी-302/307/308/364/365/452/323/342/188/269/147/148/149/506(ii)/392/394/397/411/201/109/120बी/34
आर्म्स ऐक्ट की धारा 25(1)(b) 27 (1)
सबूत-
पुलिस ने कहा कि उसे सागर द्वारा मौत से पहले दिए मौखिक बयान, आरोपियों की लोकेशन सहित वैज्ञानिक साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज पर भरोसा है। पुलिस ने मौके से हथियार और गाडियां भी बरामद किए थे।
सबूत के तौर पर सीसीटीवी फुटेज, वीडियो रिकॉर्डिंग और आरोपियों के मोबाइल फोन के कॉल रिकॉर्ड को अदालत के सामने रखा गया है।

सुशील के फ्लैट के कागजात में जालसाजी, FIR दर्ज -
सुशील पहलवान के माडल टाउन के फ्लैट को लेकर अपराध शाखा ने एफआईआर दर्ज की है।
इसी फ्लैट को लेकर शुरु हुई तनातनी के कारण सागर पहलवान की हत्या की गई।
90 लाख में लिया फ्लैट-
माडल टाउन के डी 10/6 का सबसे ऊपर वाला फ्लोर सुशील ने अपनी पत्नी सवि सोलंकी के नाम पर 90 लाख रुपए में दस दिसंबर 2019 को खरीदा था। 
दिसंबर 2020 में फ्लैट सागर और भगत सिंह उर्फ भगते को चालीस हजार किराए पर रघुवीर सिंह ने दिलाया। करीब ढ़ाई महीने बाद सागर आदि का पार्किंग को लेकर पड़ोसियों से झगड़ा हो गया और मामला माडल टाउन थाने तक पहुंच गया।
फ्लैट खाली नहीं किया-
यह पता चलने पर सुशील ने रघुवीर से सागर आदि से फ्लैट खाली करवाने को कह दिया। लेकिन सागर आदि ने खाली नहीं किया।
इस सिलसिले में सुशील ने सागर आदि को स्टेडियम में बुलाया। वहां सागर के साथ सोनू महाल भी गया था। 
सोनू महाल ने बताया कि स्टेडियम में रघुवीर और दो-तीन पुलिस वाले भी थे।
सोनू ने बताया कि सुशील के मन में शक था कि हमने फ्लैट पर कब्जा कर लिया है। लेकिन मार्च में उन्होंने फ्लैट खाली कर दिया।
लेकिन इसके बाद ही स्टेडियम में पहलवानों के बीच चर्चा होने लगी कि ओलंपियन सुशील पहलवान सागर और सोनू से डर गया है। 
इसके साथ ही स्टेडियम छोडकर कुछ पहलवान सागर के खेमे में चले गए। स्टेडियम से कोच एवं सुशील का रिश्ते में साढू वीरेंद्र मान भी चला गया। सागर और कुछ पहलवान वीरेंद्र के अखाड़े में चले गए। 
पुलिस के अनुसार सुशील को सागर और सोनू महाल की ओर से खतरे का आभास होने लगा था। सुशील को यह डर सताने लगा कि ये लोग कुछ करने वाले हैं। इसलिए अपना दबदबा/वर्चस्व कायम करने के लिए सुशील ने यह अपराध किया।

अपराध शाखा ने तफ्तीश के दौरान पाया कि इस फ्लैट के मालिकाना हक वाले कागजात में गड़बड़ है। यह फ्लैट विमल मेहरा के जीजा का था जो उसने अपनी पत्नी के नाम कर दिया था। उसने अपने भाई विमल मेहरा को यह फ्लैट उपहार स्वरूप दे दिया। विमल मेहरा ने सुशील को बेच दिया। 
अपराध शाखा ने इस सिलसिले में 23 जुलाई को धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश का मामला  (एफआईआर नंबर 138/2021) दर्ज किया है। 
आरोप पत्र में पुलिस ने इस मामले की जानकारी दी है।
करोड़ों का फ्लैट-
सूत्रों के अनुसार फ्लैट का बाजार भाव दो करोड़ रुपए से ज्यादा है।
सागर की हत्या के बाद ही यह बात चर्चा में आई थी कि यह फ्लैट विवादित होने के कारण सुशील ने लिया। 
सागर और सोनू महाल आदि ने लालच के कारण फ्लैट खाली करने से मना किया था। 
मूलतः हरियाणा में भैंसवाल गांव के निवासी रघुवीर के सुशील और सागर दोनों से ही संबंध है। 
सीआरपीएफ में रह चुका पहलवान रघुवीर प्रापर्टी और फायनांस का कारोबार करता है।
चर्चा है कि फ्लैट सुशील को दिलवाने में भी रघुवीर सिंह की भूमिका थी।

अहंकार को ठेस-
कुख्यात बदमाश काला जठेड़ी ने पुलिस को बताया कि सागर और सोनू द्वारा फ्लैट खाली करने से इनकार करने के बाद ओलंपियन पहलवान सुशील के अहंकार को ठेस पहुंची थी, जिसके कारण उसे लगा कि उसका सम्मान कम हो रहा है। 
सागर के अलावा सोनू महाल को भी बुरी तरह पीटा गया था, जो कुख्यात गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी का रिश्तेदार है। सोनू कई वारदातों में जठेड़ी के साथ रहा है।


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