एनएचआईडीसीएल का कार्यकारी निदेशक 10 लाख रुपये लेते हुए गिरफ्तार
2.62 करोड़ रुपये नकद बरामद
50 लाख मांगने वाला सीजीएसटी सुपरिटेंडेंट गिरफ्तार, 19 लाख बरामद
इंद्र वशिष्ठ,
सीबीआई ने नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) गुवाहाटी के कार्यकारी निदेशक और क्षेत्रीय अधिकारी मैसनम रितेन कुमार सिंह को बिनोद कुमार जैन (निजी व्यक्ति) से 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
आरोपी अफसर के परिसरों की तलाशी के दौरान 2.62 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई। अफसर और उसके परिवार के सदस्यों के नाम पर पूरे भारत में 09 भू-संपत्तियाँ और 20 अपार्टमेंट अर्जित करने का पता चला। इसके अलावा, अफसर के नाम पर महंगे वाहनों की खरीद से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर एनएचआईडीसीएल, क्षेत्रीय कार्यालय, गुवाहाटी के कार्यकारी निदेशक और क्षेत्रीय अधिकारी मैसनम रितेन कुमार सिंह तथा कोलकाता की कंपनी मैसर्स मोहन लाल जैन के दो प्रतिनिधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
सीबीआई ने 14.10.2025 को जाल बिछाकर आरोपी कार्यकारी निदेशक मैसनम रितेन कुमार सिंह और कंपनी के प्रतिनिधि बिनोद कुमार जैन को रिश्वत का लेन-देन करते समय गिरफ्तार कर लिया
डेमो से मोरन बाईपास के अंत तक राष्ट्रीय राजमार्ग-37 को 4-लेन बनाने के अनुबंध और असम राज्य में अन्य अनुबंधों से संबंधित निजी कंपनी द्वारा किए गए कार्य के लिए अनुकूल समय विस्तार (ईओटी) और पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करने के लिए रिश्वत ली थी।
पूरे भारत में विभिन्न स्थानों पर आरोपियों के 07 कार्यालय और आवासीय परिसरों की तलाशी ली गई।
आरोपी लोक सेवक की अचल/चल संपत्तियों का आगे सत्यापन जारी है।
दोनों गिरफ्तार आरोपियों को विशेष न्यायाधीश, सीबीआई मामलों, गुवाहाटी की अदालत में पेश किया गया ।
50 लाख मांगने वाला सीजीएसटी सुपरिटेंडेंट गिरफ्तार-
सीबीआई ने एक अन्य मामले में नासिक कमिश्नरेट के सीजीएसटी एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधीक्षक हरी प्रकाश शर्मा को शिकायतकर्ता से 5 लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोपी के परिसरों की तलाशी में 19 लाख रुपये बरामद हुए।
इस अफसर ने एक निजी कंपनी के आईजीएसटी इनपुट मामले में शिकायतकर्ता के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई न करने के लिए शुरुआत में 50 लाख रुपये रिश्वत मांगी थी, जिसे बाद में उसने घटाकर 22 लाख रुपये कर दिया था।
आरोपी ने शिकायतकर्ता को 14.10.2025 को 5 लाख रुपये और शेष 17 लाख रुपये 17.10.2025 को देने का निर्देश दिया था।
सीबीआई ने 14.10.2025 को जाल बिछाया और आरोपी को नासिक स्थित उसके कार्यालय के बाहर शिकायतकर्ता से 5 लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
No comments:
Post a Comment