छत्तीसगढ़ पीएससी भर्ती घोटाले में 5 गिरफ्तार
इंद्र वशिष्ठ,
सीबीआई ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग
परीक्षा में उम्मीदवारों के चयन में बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के तत्कालीन सचिव पूर्व आईएएस जीवन किशोर ध्रुव, सीजीपीएससी की तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, डिप्टी कलेक्टर सुमित ध्रुव (तत्कालीन सचिव जीवन किशोर ध्रुव का पुत्र), डिप्टी कलेक्टर मिशा कोसले (तत्कालीन अध्यक्ष सीजीपीएससी टॉमन सिंह सोनवानी के भाई की बहू) और जिला आबकारी अधिकारी दीपा आदिल (तत्कालीन अध्यक्ष सीजीपीएससी के भाई की बहू) को 18 सितंबर को गिरफ्तार किया।
बेटे, बेटी, रिश्तेदारों का चयन-
सीबीआई ने 09.07.2024 को मामला दर्ज किया था। आरोप है कि तत्कालीन अध्यक्ष, सीजीपीएससी, तत्कालीन सचिव, सीजीपीएससी और लोक सेवा आयोग छत्तीसगढ़ के अन्य व्यक्तियों ने सीजीपीएससी में विभिन्न पदों पर रहते हुए वर्ष 2020 से 2022 के दौरान परीक्षा और साक्षात्कार आयोजित किए जिसमें अपने बेटे, बेटी और रिश्तेदारों का चयन किया।
7 गिरफ्तार-
उक्त मामले में, सीजीपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टॉमन सिंह सोनवानी, उसके भतीजे नितेश सोनवानी और साहिल सोनवानी, सीजीपीएससी के तत्कालीन उप नियंत्रक परीक्षा ललित गणवीर, बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक श्रवण कुमार गोयल, उसके बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। श्रवण कुमार गोयल पर अपने बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका का डिप्टी कलेक्टर पद पर चयन के लिए रिश्वत देने का आरोप है।
वर्ष 2021 के लिए सीजीपीएससी में विभिन्न पदों के लिए कुल 1,29,206 उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 2548 उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। कुल 509 ने मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण की और साक्षात्कार के लिए चयनित हुए। सीजीपीएससी, 2021 में विभिन्न पदों के लिए कुल 170 उम्मीदवारों का चयन किया गया था।
सीजीपीएससी परीक्षा में चयनित अन्य संदिग्ध उम्मीदवारों की भूमिका की जांच के लिए आगे की जांच जारी है।
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