Wednesday 16 March 2022

जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर समेत 3 गिरफ्तार।

जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी का
प्रोफेसर गिरफ्तार।


इंद्र वशिष्ठ
सीबीआई ने  जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर समेत तीन लोगों को रिश्वतखोरी में गिरफ्तार किया है।

सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि  जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में तैनात प्रोफेसर मोहम्मद खालिद मोईन , ओखला स्थित मैसर्स व्योम आर्किटेक्ट कंपनी के प्रखर पवार और इस कंपनी के कर्मचारी आबिद खान को गिरफ्तार किया गया है।

सीबीआई के अनुसार आरोप है कि प्रोफेसर की बिल्डरों , आर्किटेक्ट और बिचौलियों के साथ सांठगांठ है। 
प्रोफेसर मोहम्मद खालिद मोइन रिश्वत लेकर ढांचा मजबूत (स्ट्रक्चरल स्टबिलिटी) होने का सर्टिफिकेट देता है। 

सीबीआई ने प्रोफेसर के खिलाफ विभिन्न निजी बिल्डरों के प्रतिनिधियों, वास्तुकारों और बिचौलियों के साथ रिश्वत लेने के इरादे से कथित तौर पर साजिश रचने का मामला दर्ज किया है।

सीबीआई ने जाल बिछाया और एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए प्रोफेसर को और रिश्वत देने वाले दोनों व्यक्तियों को रंगे हाथ पकड़ लिया।

सीबीआई को अभियुक्तों के ठिकानों की तलाशी में करीब तीस लाख रुपए मिले है। करीब एक करोड़ बीस लाख रुपए बैंकों में भी होने का पता चला है।

बताया जाता है कि प्रोफेसर मोहम्मद खालिद मोईन ने गुरुग्राम में चिन्टेल्स पैराडाइसो अपार्टमेंट को कथित तौर पर संरचनात्मक सुरक्षा प्रमाण पत्र दिया था। इस इमारत का एक हिस्सा हाल में गिर गया था जिससे दो महिलाओं की मौत हो गई थी, हालांकि प्रोफेसर की गिरफ्तारी इस घटना से संबंधित नहीं है।


Monday 14 March 2022

सिपाही, हवलदार ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर को पीटा, TI ने कार हटाने को कहा था।

सिपाही, हवलदार ने ट्रैफिक इंस्पेक्टर को पीटा।
TI ने कार हटाने को कहा था।



इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली पुलिस के एक सिपाही और एक हवलदार ने ट्रैफिक पुलिस के इंस्पेक्टर को पीट दिया। टीआई पर हमला करने वाले दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 
घटना दस मार्च की रात नौ बजे दक्षिण दिल्ली के अंबेडकर नगर थाना के इलाके में खान पुर रेडलाइट के पास हुई। यातायात को सुचारु रुप से चलाने के लिए टीआई राजेंद्र प्रसाद अपने स्टाफ के साथ तैनात थे। तभी उन्होंने देखा कि सड़क पर खड़ी सफेद रंग की एक क्रेटा कार के कारण ट्रैफिक जाम हो रहा है। कार में चार लोग सवार थे। 
हमारा चालान कैसे कर सकते हो।
इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद ने कार चालक को कार वहां से हटाने को कहा, लेकिन उसने अनसुना कर दिया। बार-बार कहने और इशारा करने के बावजूद चालक ने कार नहीं हटाई तो इंस्पेक्टर राजेंद्र ने हवलदार भगीरथ को बुलाया और कार का चालान करने को कहा। हवलदार भगीरथ कैमरे से कार की फोटो खींचने लगा,तभी कार से एक युवक (सिपाही अशोक कुमार) उतरा और कहा कि हम दिल्ली पुलिसकर्मी है। हम अपने दोस्तों का इंतजार कर रहे हैं, 'तुम हमारा भी चालान कैसे कर सकते हो'।

थप्पड़ मारे -
सिपाही अशोक ने  इंस्पेक्टर राजेंद्र के साथ न केवल बदतमीजी  की, बल्कि उनके मुंह पर थप्पड़ भी मार दिया। इसी दौरान उसका साथी हवलदार सरनाम भी कार से बाहर आ गया। सिपाही अशोक और हवलदार सरनाम दोनों ने इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद को थप्पड़ मारे ।
इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद इन पुलिसकर्मियों को पकड़ कर अंबेडकर नगर थाने ले गए। इनका तीसरा साथी सिपाही मनोज मौके से भागने की कोशिश कर रहा, लेकिन एक तिपहिया चालक ने उसे पकड़ लिया। इनका चौथा साथी कार सहित भाग गया था।
इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद की शिकायत पर अंबेडकर नगर थाने में सरकारी कर्मचारी पर डयूटी के दौरान हमला करने का मामला दर्ज किया गया है। सिपाही अशोक कुमार और हवलदार सरनाम को गिरफ्तार किया गया है। 
सिपाही अशोक कुमार दिल्ली सरकार में सिक्योरिटी में और हवलदार सरनाम पीटीसी वजीराबाद में तैनात है।
सिपाही मनोज और कार चालक  के खिलाफ कलंदरा(बाउंड डाउन) बनाया गया है।