Friday 9 September 2016

वीआईपी इलाके में पीसीआर वैन में महिला पुलिस तैनात ,

वीआईपी इलाके में पीसीआर वैन में महिला पुलिस तैनात ,


दिल्ली पुलिस की महिलाकर्मियों को आज से एक नई जिम्मेदारी दी गई है।  पुलिस  कंट्रोल रूम की गाड़ी  ( पीसीआर वैन ) में  महिला पुलिस कर्मी तैनात की गई है । फिलहाल 5 पीसीआर वैन से इसकी शुरूआत की गई है इन वैन में ड्राइवर और इंचार्ज समेत सभी पुलिसकर्मी महिला है । यह देखा गया है कि पुलिस के पास मदद के  लिए फोन करने वाली परेशान  महिला बिना झिझक के महिला पुलिसकर्मी को अपनी परेशानी आसानी से बता सकती है इसलिए पीसीआर वैन में भी महिला पुलिसकर्मी तैनात करने की पहल की गई है । विज्ञान भवन,जीसस मैरी कॉलेज,खान मार्केट मेट्रो स्टेशन,अमेरिकन सेंटर कस्तूरबा गांधी मार्ग और मोती लाल नेहरू मार्ग पर यह वैन तैनात की गई है। पुलिस ने  अपने इस पायलट प्रोजक्ट में नयी दिल्ली के वीआईपी इलाके को ही शामिल किया है। दिलचस्प बात है कि  वीआईपी इलाके में मिलने वाले  परिणाम के आधार पर इस योजना को  खास कर उन इलाकों में बढ़ाया जाएगा  जहां पर महिलाओं के खिलाफ अपराध  हो सकते है । उल्लेखनीय है कि पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के प्रति  अगर वाकई गंभीर और संवेदनशील  होती तो इस योजना को पहले  उन इलाकों में आजमाती जहां पर वह इसे  बाद में लागू करने की कह रही है ।

Friday 2 September 2016

दिल्ली में डेढ़ लाख से ज्यादा मोबाइल फोन चोरी, बरामद सिर्फ 6720 ,

 दिल्ली में डेढ़ लाख से ज्यादा मोबाइल फोन चोरी,   पुलिस  ने बरामद  किए सिर्फ 6720 ही
 इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली में रोजाना सौ से ज्यादा मोबाइल फोन चोरी या खो जाते है । इस साल 30 जून तक करीब 25 हजार मोबाइल फोन चोरी या खो जाने के मामले पुलिस ने दर्ज किए है ।  पुलिस इनमें से सिर्फ 1068 मोबाइल ही बरामद कर पाई है ।  पिछले ढ़ाई साल में डेढ़ लाख से ज्यादा मोबाइल फोन चोरी या खो जाने के मामले पुलिस ने दर्ज किए है  लेकिन पुलिस पांच प्रतिशत से भी कम फोन  ही बरामद कर पाई है ।
 दिल्ली पुलिस ने  30 जून 2016 तक मोबाइल फोन चोरी या खो जाने के 24482 मामले दर्ज किए । इनमें से  सिर्फ 1068  मोबाइल फोन ही पुलिस बरामद कर पाई है । साल 2015 में मोबाइल चोरी या खोने के 62373 और साल 2014 में 66724 मामले दर्ज हुए थे ।  पुलिस साल 2015 में 3415  और साल 2014 में 2237  मोबाइल फोन ही बरामद कर पाई है।  इस तरह पिछले  ढ़ाई साल में मोबाइल चोरी या खो जाने के कुल 153579 मामलों में पुलिस सिर्फ 6720 मोबाइल फोन ही बरामद कर पाई है । चोरी या खोए मोबाइल फोन  का पता लगाने के लिए साल 2014 में 47310, साल 2015 में 47976 और साल 2016 में 19698 फोन को निगरानी/ सर्विलांस पर रखा गया । पुलिस ने  6632 फोन उनके मालिकों को सौंप दिए  है ।  राज्यसभा में गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने  यह जानकारी  दी  थी ।  दिल्ली में मोबाइल फोन चोरी के बारे में सांसद राम कुमार कश्यप और हिशे लाचुंगपा ने सरकार से सवाल पूछे थे।
  उल्लेखनीय है कि मोबाइल फोन का आई.एम.ई.आई. नंबर  पुलिस को दिए जाने और सर्विलांस पर रखे जाने के बावजूद मोबाइल मालिक को न तो  कोई सूचना दी जाती है और न  ही मोबाइल खोजा जाता है।  पुलिस द्वारा मोबाइल फोन की  बरामदगी  के आंकड़ों से ही यह बात साबित होती है कि पुलिस की  फोन खोजने में  कोई रूचि  नहीं होती ।

पुलिस का कहना है कि चोरी हुए मोबाइल फोन का पता लगाने और उसे बरामद करने के लिए  जांच अघिकारी द्वारा सभी प्रकार के प्रयास किए जाते है ।  इन मामलों की जांच को बंद करने तक चोरी हुए मोबाइल के मालिकों को समय समय पर मामले की जांच की प्रगति की जानकारी दी जाती है ।