इंडियन मुजाहिद्दीन की ताकत बढ़ी, कभी भी करा सकता है हमला
इंद्र वशिष्ठ,
इंडियन मुजाहिद्दीन से दिनोंदिन खतरा बढ़ता जा रहा है।आईएम ने पूरे देश में अपना नेटवर्क फैला दिया है। इसी नेटवर्क के दम पर आईएम देश में कहीं भी आतंकी हमले करा सक ता है। देश की प्रमुख खुफिया एजेंसी आईबी ने यह खुलासा किया है।
आईएम की बढ़ती ताकत के बारे में केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी ने देश भर के वरिष्ठ पुलिस अफसरों को अवगत कराया है। आईबी द्वारा पिछले दिनों आयोजित पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में आईबी ने आईएम के बारे में विस्तार से बताया और सचेत किया। आईबी के अनुसार आईएम ने पूरे देश में अपना नेटवर्क फैला लिया है। आईबी के डायरेक्टर आसिफ इब्राहिम ने कहा कि आईएम ने लश्कर ए तोएबा के साथ मिल कर अपनी ताकत इतनी बढ़ा ली है कि वह देश में कहीं पर भी आतंकी हमला करा सकता है।
आईबी के अनुसार आईएम को पाकिस्तान से मदद तो मिल ही रही है। पाकिस्तान में मौजूद आईएम के सरगना अन्य आतंकवादी और राष्ट्र विरोधी संगठनों से संबंध कायम करने की कोशिश भी कर रहे है। सम्मेलन में तीनों दिन आईएम के बारे में चर्चा हुई। आईएम के मंसूबों पर पानी फेरने के लिए खुफिया एजेंसी की सूचनाओं पर पुलिस द्वारा प्रभावी और त्वरित कार्रवाई की जरूरत पर बल दिया गया।
अलकायदा से संपर्क- इंडियन मुजाहिद्दीन अलकायदा से संपर्क साधने में लगा हुआ है। ऐसी सूचनाएं मिली है कि पाकिस्तान में मौजूद इंडियन मुजाहिद्दीन के सरगना अल कायदा से मिल रहे है।
शरीया कानून लागू करना मकसद-खुफिया एजेंसी के एक आला अफसर के अनुसार इंडियन मुजाहिद्दीन गुजरात दंगों का बदला या मुसलमानों पर होने वाले अत्याचारों का बदला लेने के लिए बम धमाके करने का जो दावा करता है, वह सही नहीं है। असल में इंडियन मुजाहिद्दीन के अलकायदा से संपर्क साधने से ऐसा लगता है कि वह अलकायदा की जेहाद की सोच/विचारधारा से प्रभावित हैऔर इनका मुख्य मकसद शरीया कानून को लागू करना है। इसीलिए मुसलमानों पर अत्याचार का बदला तो एक बहाना है। इंडियन मुजाहिद्दीन के पाकिस्तान में मौजूद सरगना अफगानिस्तान में अलकायदा से संपर्क साध रहे है।
शहादत देते रहो-आला अफसर के अनुसार पाकिस्तान के स्वात वैली में तहरीक ए तालिबान जैसे आतंकवादी गुट शरीया कानून लागू करने के लिए जो कर रहे है। ठीक उसी तरह इंडियन मुजाहिद्दीन भारत में करना चाहता है। इन आतंकवादी गुटों का मानना है कि जब तक शरीया कानून लागू न हो शहादत देते रहो। इंडियन मुजाहिद्दीन हिन्दुस्तान में शरीया कानून लागू करना चाहता है। सूत्रों के अनुसार इस तरह की सूचनाएं गंभीर है और इनसे निपटने के लिए भारत को भी दीर्घकालीन रणनीति बनानी होगी।
19 सितंबर 2008 को बटला हाऊस एनकाउंटर में मारा गया इंडियन मुजाहिद्दीन का उत्तरी भारत का सरगना आतिफ भी अल कायदा के ओसामा बिन लादेन से प्रभावित था। उसके लैपटॉप में ओसामा बिन लादेन का फोटो और उसके भाषण आदि मिले थे। आतिफ ने ही 13 सितंबर 2008 को दिल्ली में सिलसिलेवार बम धमाके कराए थे।
वांटेड आतंकियों से खतरा-सूत्रों के अनुसार इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी हमले करने का सिलसिला अभी रुकने वाला नहीं है। लश्कर और आईएसआई का पाला हुआ आईएम का संस्थापक आमिर रजा खान और आईएम के कम से कम 6-7 मुख्य आतंकी अभी भी पाकिस्तान में है। आईएम के वांटेड आतंकवादियों द्वारा आतंकी हमला किए जाने की आशंका बरकरार है। पटना, बोध गया, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर-प्रदेश, कर्नाटक हुए बम ब्लास्ट में शामिल इंडियन मुजाहिदीन के 25-30 आतंकवादी अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आए हैं।
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