Monday 15 April 2019

पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की काली कमाई की करोड़ों की संपत्तियां प्रवर्तन निदेशालय ने जब्त की।


ओम प्रकाश चौटाला की करोड़ों की संपत्तियां प्रवर्तन निदेशालय ने जब्त की।

इंद्र वशिष्ठ

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की करोड़ों रुपए मूल्य की चार  संपत्तियों को जब्त किया है। दिल्ली, पंचकूला और सिरसा में जब्त की गई 3 करोड़ 68 लाख रुपए मूल्य की संपत्तियों में फ्लैट,प्लाट, मकान और जमीन हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट) द्वारा आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक आमदनी और काले धन को सफेद करने के सिलसिले में दर्ज मामले में यह कार्रवाई की गई हैं।
सीबीआई ने ओमप्रकाश चौटाला और उसके बेटों अजय और अभय चौटाला के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक आमदनी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद  प्रवर्तन निदेशालय ने काले धन को सफेद करने के आरोप में प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत इन तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। 
जांच में पता चला कि 1993 से 2006 दौरान ओमप्रकाश चौटाला ने दिल्ली और हरियाणा में 6 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति ग़ैर क़ानूनी तरीके से अर्जित रकम से बनाई है।
जांच में यह भी पता चला कि आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक अभय चौटाला ने करीब 120 करोड़ रुपए की संपत्ति और अजय ने करीब 28 करोड़ रुपए की संपत्ति ग़ैर क़ानूनी तरीके से अर्जित रकम से बनाई है।

ओमप्रकाश चौटाला ने गैर कानूनी तरीके से अर्जित रकम से दिल्ली , पंचकूला और सिरसा  में 6 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति बनाई। ग़ैर क़ानूनी तरीके से कमाई रकम से ही सिरसा में मकान भी बनाया। मकान बनाने में लगा पैसा कहां से आया इसका खुलासा भी ओमप्रकाश चौटाला ने नहीं किया था। 
जांच में यह जानकारी भी सामने आई कि ओमप्रकाश चौटाला विवादित/टेंटिड  संपत्तियां अर्जित करने में भी सीधे तौर पर शामिल हैं। ओमप्रकाश चौटाला ने 2005 और 2009 में विधानसभा चुनाव के समय में दिए अपने हलफनामों में इन विवादित संपत्तियों को अविवादित  बताया था।

इसके पहले 2013 में भी प्रवर्तन निदेशालय ने ओमप्रकाश चौटाला की करीब 47 लाख रुपए मूल्य की संपत्ति जब्त की थी। प्रवर्तन निदेशालय अब तक ओम प्रकाश चौटाला की 4 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की संपत्ति जब्त कर चुका है।

ओमप्रकाश चौटाला और अजय चौटाला टीचर भर्ती घोटाले के मामले में इस समय  तिहाड़ जेल में सज़ा काट रहे हैं।




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