Monday 26 August 2019

टिमटिमाते केजरीवाल की बिजली चमकेगी या बत्ती गुल होगी ? केजरीवाल को बिजली का सहारा।




बिजली बिल माफ़ , 
केजरीवाल का रास्ता साफ़ ?
AAP के MLA  बिजली के भरोसे।

इंद्र वशिष्ठ

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्ता बरकरार रखने  के लिए बिजली बिल माफ़ और हाफ करने का जबरदस्त दांव चला हैं। 
दिल्ली के एमएलए अब अपने-अपने इलाके में ऐसे उपभोक्ताओं/ वोटरों की संख्या पता लगाने में जुट गए हैं। जिनके इस योजना के कारण बिजली बिल माफ़ और हाफ हो गए हैं। 
बिजली बिल माफ़ और हाफ के सहारे यह विधायक आगामी विधानसभा चुनाव की वैतरणी पार करने की तैयारी कर रहे हैं। 
विधायक बकायदा सरकार से ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या पता करने में लग गए हैं। इन आंकड़ों के आधार पर विधायक चुनावी रणनीति तैयार करेंगे। इन आंकड़ों से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इनमें से कितने प्रतिशत वोट तो उनको ही मिल ही सकते है।

इसका अंदाजा विधानसभा में आम आदमी पार्टी के त्री नगर इलाके के  विधायक जितेंद्र सिंह तोमर द्वारा पूछे गए सवाल से ही लगाया जा सकता हैं।
कानून की फर्जी डिग्री लेने के आरोप में जेल जा चुके पूर्व मंत्री जितेंद्र तोमर ने बिजली मंत्री से सवाल पूछा कि त्री नगर विधानसभा सभा क्षेत्र में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या कितनी है जिनकी बिजली की खपत प्रति माह 400 यूनिट और  250 यूनिट से कम है। मार्च 2015  के बाद से लगाए बिजली के कुल मीटरों की संख्या और मीटर के लंबित मामलों की जानकारी भी मंत्री से मांगी।
बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने विधानसभा में इस सवाल के जवाब में बताया कि टीपीडीडीएल के अनुसार त्री नगर विधानसभा क्षेत्र में 49179  उपभोक्ताओं की बिजली की खपत जून 2019 में प्रति माह 400 यूनिट से कम है 34042 उपभोक्ताओं की बिजली की खपत प्रति माह 250 यूनिट में कम है। 
मंत्री ने बताया कि मार्च 2015 के बाद 14703 बिजली के नए मीटर लगाए गए हैं।नए बिजली के मीटर लगाने के 14 मामले लंबित हैं।

दिल्ली सरकार ने 200 यूनिट तक बिजली बिल माफ़ और 201 से 400  यूनिट तक बिजली बिल हाफ करने का कुछ दिन पहले ही ऐलान किया था।

उल्लेखनीय है कि त्री नगर विधानसभा क्षेत्र में  मतदाताओं की कुल संख्या लगभग डेढ़ लाख है। बिजली बिल माफ़ और हाफ होने का लाभ जिन उपभोक्ताओं को मिला है। आम आदमी पार्टी की  चुनावी नैया पार लगाने में यह उपभोक्ता  महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र  मोदी द्वारा कश्मीर से धारा 370 के प्रावधानों को  हटाने का जबरदस्त असर आगामी विधानसभा चुनावों में पड़ेगा। इसके बावजूद दिल्ली में बिजली बिल माफ़ और हाफ का असर भी जरुर दिखाई देगा।


सरकारी अस्पताल में आपरेशन और जांच के लिए लंबा इंतजार  की समस्या को दूर करने के लिए सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा रैफर किए गए मरीज़ का आपरेशन प्राइवेट अस्पताल में किए जाने की सुविधा दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई है। 
इन सुविधाओं को अच्छी तरह और ईमानदारी से लागू किया जाए तो आम आदमी को इन सुविधाओं से बहुत बड़ी राहत मिल सकती है ।
इसके अलावा मोहल्ला क्लीनिक में इलाज और जांच की सुविधा उपलब्ध कराने का असर भी दिखाई देगा
पहले पानी बिल माफ़ (20हजार लीटर तक) और अब बिजली बिल माफ़ और हाफ दिल्ली विधानसभा के चुनाव में असर डालेगा।










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