सीबीआई ने सोमवार 25 नवंबर को क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में तैनात सब- इंस्पेक्टर संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ी मल की ओर से शिकायतकर्ता से दो लाख रुपए रिश्वत लेते हुए हवलदार संजय कुमार को गिरफ्तार किया गया। नारकोटिक्स के मामले में शिकायतकर्ता को झूठा नहीं फंसाने के लिए पुलिसकर्मियों द्वारा रिश्वत मांगी गई।
इस मामले में सब- इंस्पेक्टर संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ी मल को निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर पंकज को लाइन हाज़िर कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने 11 नवंबर को लक्ष्मी नगर थाने में तैनात सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए थाने के अंदर से ही गिरफ्तार किया है। सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल ने शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए बीस हजार रुपए रिश्वत मांगी।
सीबीआई ने 13 अगस्त को कालकाजी थाने में तैनात सब- इंस्पेक्टर सुनील वर्मा को नेहरू प्लेस की एक कंपनी में मैनेजर सूरज से मामला निपटाने के लिए 15 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। सूरज के ख़िलाफ़ उसकी महिला दोस्त ने परेशान / उत्पीड़न करने की शिकायत की थी।
सीबीआई ने 26 जुलाई को दिल्ली पुलिस के द्वारका सेक्टर- 23 थाने में तैनात एएसआई अनिल कुमार को गाड़ी को छोड़ने की एवज़ में चालीस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
एफआईआर रद्द करने के लिए रिश्वत-
22 जुलाई को सरिता विहार थाने के सब- इंस्पेक्टर राजकुमार और एएसआई रघुराज को 35 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता से उनके विरुद्ध लंबित एफआईआर को रद्द करने के लिए रिश्वत मांगी।
19 जुलाई को हौजखास थाने के सब- इंस्पेक्टर युद्धवीर सिंह यादव को ढाई लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। सब- इंस्पेक्टर युद्धवीर सिंह यादव ने न्यायालय में अनुकूल कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने हेतु शिकायतकर्ता वकील अमित गौतम से 3 लाख रुपए की माँग की।
फंसाने की धमकी-
19 जुलाई को ही पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र थाने के हवलदार सुधाकर और हवलदार राजकुमार को दस हजार रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया। एक मामले में शिकायतकर्ता को न फंसाने के लिए 50,000 रुपए की रिश्वत की माँग की।
पासपोर्ट वैरीफिकेशन के लिए पैसे दो-
19 जुलाई को ही गोविन्द पुरी थाना इलाके में स्पेशल ब्रांच में तैनात हवलदार राव कुंवर सेन को पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए शिकायतकर्ता वीरेंद्र गिरि से तीन हज़ार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
एसीपी की भूमिका-
आठ जुलाई को दिल्ली पुलिस के ज्योति नगर थाने के एटीओ/इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार को शिकायतकर्ता से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने शिकायतकर्ता से कहा कि उनके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामले का जांच अफसर एसीपी दीपक चंद्र पांच लाख रुपए से कम में उनका मामला नहीं निपटाएंगे।
रिश्वत लेने से पहले इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार ने शिकायतकर्ता को एसीपी दीपक चंद्र से मिलवाया भी था। एसीपी दीपक चंद्र ने शिकायतकर्ता को जांच में मदद करने का भरोसा दिया।
शिकायतकर्ता को अगवा कर लिया-
तीन जुलाई को सीबीआई ने उत्तर जिले के नारकोटिक्स सैल में तैनात हवलदार रवींद्र ढाका और हवलदार प्रवीण सैनी के ख़िलाफ़ शिकायतकर्ता से दस लाख रुपए रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया। सीबीआई हवलदारों को रंगेहाथ पकड़ने में विफल हो गई।
सीबीआई की टीम को देख कर
हवलदार प्रवीण सैनी और रवींद्र ढाका रिश्वत देने आए शिकायतकर्ता को अपनी कार में अगवा करके फरार हो गए। पिस्तौल की नोंक पर हवलदार चलती कार में शिकायतकर्ता की पिटाई करते रहे और ब्रिटानिया चौक से आगे रिंग रोड पर शिकायतकर्ता को कार से धक्का देकर फरार हो गए। सात जुलाई को दोनों हवलदारों के ख़िलाफ़ रुप नगर थाने में अपहरण, लूट और धमकी मामला दर्ज किया गया।
इस मामले में इंस्पेक्टर सुरेन्द्र और दोनों हवलदारों को निलंबित किया गया। हवलदारों ने जालसाज़ी/धोखाधड़ी करके शिकायतकर्ता के भाई की जमानत करा देने के नाम पर रिश्वत मांगी थी।
गिरफ्तारी से बचने के लिए रिश्वत-
इसके पहले 20 जून को छावला थाने के सब- इंस्पेक्टर विजय गौड़ को सीबीआई ने एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता को एक मामले में गिरफ्तार न करने की एवज़ में तीन लाख रुपए रिश्वत मांगी थी।
सीबीआई ने 23 अप्रैल को शाहदरा थाने के हवलदार विजय कुमार को बीस हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। मकान बनाने देने की एवज़ में रिश्वत मांगी।
सीबीआई ने 24 मार्च को गांधी नगर थाने के हवलदार विकास राठी को चालीस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता के ख़िलाफ़ की गई शिकायत पर कार्रवाई न करने की एवज़ में एक लाख रुपए रिश्वत मांगी।
सीबीआई ने 12 मार्च को वेलकम थाने के सिपाही प्रदीप चौधरी को गिरफ्तार किया। मेट्रो स्टेशन पर बस खड़ी करने देने की एवज़ में 5 हज़ार रुपए प्रति बस प्रति माह रिश्वत मांगी।
घर तुड़वा देने की धमकी दे कर वसूली करने वाले नन्द नगरी थाने के हवलदार पंकज को सीबीआई ने 24 फरवरी को गिरफ्तार किया।
सीबीआई ने 8 फरवरी को जामिया नगर थाने के सब- इंस्पेक्टर विजय कुमार भाटिया को गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता के ख़िलाफ़ दर्ज मामले को कमजोर करने की एवज़ में रिश्वत मांगी।
कोतवाली सर्किल में तैनात ट्रैफिक हवलदार अमन मलिक को सीबीआई ने 9 जनवरी को गिरफ्तार किया। मलबा ढोने वाले वाहन के मालिक से 5 हज़ार रुपए प्रति माह रिश्वत मांगी।
बंद करने की धमकी-
सीबीआई ने 5 जनवरी को सागर पुर थाने के सब- इंस्पेक्टर हरबंस लाल को गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता की पत्नी द्वारा दर्ज मामले में गिरफ्तार करने की धमकी दे कर एक लाख रुपए रिश्वत मांगी।