Monday, 25 November 2024

दिल्ली पुलिस का हवलदार 2 लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार, सब- इंस्पेक्टर और एएसआई निलंबित, इंस्पेक्टर लाइन हाज़िर, नारकोटिक्स ब्रांच में भ्रष्टाचार का बोलबाला


हवलदार 2 लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार, 
सब- इंस्पेक्टर और एएसआई निलंबित, इंस्पेक्टर लाइन हाज़िर



इंद्र वशिष्ठ, 
दिल्ली पुलिस के भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के पकड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी है। लेकिन भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा।
सीबीआई ने सोमवार 25 नवंबर को क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में तैनात हवलदार संजय कुमार को दो लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। नारकोटिक्स के मामले में शिकायतकर्ता को फंसाने की देकर पुलिसकर्मियों द्वारा रिश्वत मांगी गई। 

सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि 
दरिया गंज,पुरानी कोतवाली स्थित एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में तैनात सब- इंस्पेक्टर संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ी मल की ओर से शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते हुए हवलदार संजय कुमार को  गिरफ्तार किया गया।
तिहाड़ गांव निवासी रोहित ने 23 नवंबर को सीबीआई में शिकायत की। रोहित के दो दोस्तों को उपरोक्त पुलिसकर्मियों ने नारकोटिक्स के दर्ज एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया। रोहित उनके साथ नारकोटिक्स ब्रांच के दफ़्तर गया था। उन लोगों द्वारा जांच में सहयोग करने पर छोड़ने की एवज में पुलिसकर्मियों ने उससे दो लाख रुपए रिश्वत मांगी। 
रिश्वत न देने पर उसे दर्ज मामले या किसी अन्य मामले में फंसा देने की धमकी दी। सीबीआई ने रोहित और पुलिसकर्मी की बातचीत रिकार्ड की। इसके बाद 25 नंवबर को सब- इंस्पेक्टर संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ी मल के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की गई। सीबीआई ने जाल बिछाया और हवलदार संजय कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। 

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में सब- इंस्पेक्टर संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ी मल को निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर पंकज को लाइन हाज़िर कर दिया  गया है। 

 नारकोटिक्स ब्रांच में भ्रष्टाचार का बोलबाला-

तीस लाख रुपए रिश्वत मांगी -
सीबीआई ने 13 अप्रैल 2023 को दरिया गंज स्थित नारकोटिक्स ब्रांच में तैनात एएसआई रुपेश को तीस लाख रुपए की रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने एएसआई रुपेश और बिचौलिए अनुराग को दस लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया था।
एसीपी की भूमिका-
एएसआई रुपेश एसीपी अनिल शर्मा की टीम में था यानी एसीपी की नाक के नीचे ही एएसआई रुपेश ने रिश्वत ली। 
क्या एएसआई अकेला तीस लाख रुपए रिश्वत ले सकता है? किसी को गिरफ्तार करने या न करने का निर्णय  जांच अफसर/ आईओ भी  वरिष्ठ अफसरों से सलाह मशवरा किए बिना नहीं लेता है। 
नशे की सौदागर -
रघुवीर नगर निवासी अनिल कुमार ने 12 अप्रैल 2023 को सीबीआई में शिकायत की थी। अनिल के साले रवि मलिक की पत्नी निशा को दरिया गंज स्थित अपराध शाखा की नारकोटिक्स ब्रांच ने 11 अप्रैल को गिरफ्तार किया था। रवि मलिक को भी पुलिस अपने साथ ले गई। पुलिस ने बिचौलिए अनुराग निवासी मंगोल पुरी के माध्यम से तीस लाख रुपए रिश्वत की मांग की। 
गिरफ्तार नहीं करेंगे-
इस मामले में रवि मलिक और उसके परिवार के सदस्यों( शिकायतकर्ता समेत) किसी को भी गिरफ्तार न करने और निशा की केस में मदद करने की एवज़ में रिश्वत की मांग की गई। 
रवि की मां रानी देवी ने बिचौलिए अनुराग के माध्यम से 12 लाख रुपए एएसआई रुपेश को दे दिए। जिसके बाद रवि मलिक को पुलिस ने छोड़ दिया। बिचौलिए अनुराग ने बाकी के 18 लाख रुपए 12 अप्रैल को देने के लिए कहा। 
दस किलो सूजी यानी दस लाख रुपए-
शिकायतकर्ता ने बताया कि पैसे की मांग कोड वर्ड में "दस किलो सूजी" यानी 10 लाख रुपये के लिए की गई थी.सीबीआई ने  आरोपों को सत्यापित कर मामला दर्ज किया.इसके बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया.सीबीआई ने 13 अप्रैल 2023 को देर रात में दरिया गंज में नारकोटिक्स ब्रांच के दफ़्तर में रिश्वत लेते हुए एएसआई रुपेश और बिचौलिए अनुराग को गिरफ्तार किया। 


भ्रष्टाचार के मामले-
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने 11 नवंबर 2024 को लक्ष्मी नगर थाने में तैनात सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए थाने के अंदर से ही गिरफ्तार किया है। सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल ने शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए बीस हजार रुपए रिश्वत मांगी। 
विजिलेंस यूनिट ने 6 नवंबर को बवाना थाने में अपने कमरे में बलात्कार के आरोपी की पत्नी से रिश्वत लेते हुए सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान को गिरफ्तार किया। 
विजिलेंस यूनिट ने ही चार नवंबर को कृष्णा नगर थाने में तैनात एएसआई प्रमोद कुमार को थाने में ही दस हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
विजिलेंस यूनिट ने 24 अक्टूबर को समय पुर बादली थाने के एएसआई कृष्ण चंद को थाने के अंदर ही 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। 
विजिलेंस यूनिट ने 9 अक्टूबर को वसंत कुंज (दक्षिण) थाने में तैनात सिपाही अमित को तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। 

सीबीआई ने 24 अक्टूबर को माडल टाउन स्थित साइबर थाने के हवलदार गिरीश महौर को आठ हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा। 
सीबीआई ने 15 अक्टूबर 2024 को शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए बुराड़ी थाने के  इंस्पेक्टर संदीप अहलावत एवं सब- इंस्पेक्टर भूपेश कुमार को गिरफ्तार किया था। पुलिसवालों ने शिकायतकर्ता से डेढ़ करोड़ रुपए रिश्वत मांगी थी। 



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