कश्मीरी युवाओं को उकसाने वाले अपने बच्चों को क्यों नहीं
जन्नत भेजते ।
कश्मीर में आतंकवाद की कमर तोड़ने की एनआईए की कोशिश तेज,
इंद्र वशिष्ठ
कश्मीर में युवाओं
को आतंकवाद में धकेलने वाले नेताओं की असलियत उजागर होने लगी है। कश्मीरियों को ऐसे नेताओ से सावधान
रहना चाहिए। ऐसे नेता ही कश्मीरियों के असली दुश्मन है। कश्मीरियों को ऐसे नेताओं
से पूछना चाहिए कि अगर जेहाद इतना महान और
पवित्र है कि वह सीधा जन्नत पहुंचाता है तो फिर दूसरों को उकसाने वाले पहले अपने
बच्चों को जन्नत जाने का मौका क्यों नहीं देते है। जो जेहाद के नाम पर उकसाते है
वह अपने बच्चों को तो बड़े शहरों या विदेश में हिफाजत से रखते है। गरीब के बच्चों
को उकसा कर मरवा देते है। कश्मीर की समस्या के लिए इन नेताओं से ज्यादा कसूरवार
दिल्ली दरबार के वह नेता है जिन्होंने सालों से दामाद की तरह इन अलगावादियों
को पाल कर रखा। इनकी सुरक्षा आदि पर जनता
के टैक्स का करोड़ों रूपया सालाना लुटाया।
एनआईए का एक्शन
वीक -- कश्मीर में आतंकवाद की कमर तोड़ने की एनआईए की कोशिश तेज हो गई है।
आतंकवदियों,पत्थरबाजों को धन मुहैया कराने वाले व्यापारी/ हवाला कारोबारी और
अलगावादी नेताओं के गठजोड़ पर अगर जबरदस्त चोट जारी रही तो आतंकवाद पर अंकुश लग
सकता है। लेकिन एनआईए या किसी भी जांच एजेंसी के लिए आतंकवादियों को पैसा मुहैया
कराने वालों के खिलाफ अदालत में आरोपों को साबित करना सबसे बड़ी चुनौती होगी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आईजी आलोक मित्तल के
अनुसार 6-7 सितंबर को आतंकवादियों को धन
मुहैया कराने के मामलें में व्यापारियों और हवाला का धंधा करने वालों के 38 ठिकानों पर छापे मारे गए । इनमें से 29 ठिकाने
कश्मीर, 7 ठिकाने दिल्ली और जम्मू और गुड़गांव का एक-एक ठिकाना है। दो करोड़ 20
लाख रूपए नगद, एक करोड़ की एफडी बरामद हुई है । इसके अलावा देश विरोधी काम में धन
के लेन देन के कागजात, लैपटॉप,मोबाइल फोन
और हवाला कारोबारियों की डायरी आदि बरामद हुए। जिनके यहां छापे मारे गए है उनमें
हुरियत नेता गुलाम नबी शमझी, सैयद आगा हसन बडगामी,शब्बीर शाह के साथी जमीर शेख,
रज्जाक चौधरी और हवाला कारोबारी जहूर वताली के सीए भी शामिल है। शब्बीर शाह को हाल
ही में ईडी ने गिरफ्तार किया है।
इसके पहले 5 सितंबर को एनआईए ने कश्मीर में पत्थरबाजी में
शामिल जावेद अहमद भट और कामरान युसूफ को गिरफ्तार किया। जावेद कुलगाम और कामरान
पुलवामा का रहने वाला है। आतंकवादियों
को धन मुहैया कराने के मामले में कश्मीर बार एसोसिशन के अध्यक्ष मिंया अब्दुल
कय्यूम को भी एनआईए ने पूछताछ के लिए समन किया है।
No comments:
Post a Comment