Saturday, 21 June 2025

पहलगाम आतंकी हमले में शामिल पाकिस्तानी आतंकियों को पनाह देने के आरोप में 2 कश्मीरी गिरफ्तार


इंद्र वशिष्ठ, 
एनआईए ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों को पनाह देने के आरोप में दो कश्मीरियों को गिरफ्तार किया है। 
एनआईए के अनुसार पहलगाम के बटकोट निवासी परवेज अहमद जोथर और पहलगाम के हिल पार्क निवासी बशीर अहमद जोथर को गिरफ्तार किया गया है। इन्होंने हमले में शामिल तीन आतंकियों की पहचान का  खुलासा किया है और यह भी पुष्टि की है कि वे प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक हैं।
एनआईए की जांच के अनुसार, परवेज और बशीर ने हमले से पहले हिल पार्क में मौसमी झोपड़ी में तीन हथियारबंद आतंकवादियों को जानबूझकर शरण दी थी। दोनों लोगों ने आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और रसद सहायता प्रदान की थी, जिन्होंने उस दुर्भाग्यपूर्ण दोपहर को, धार्मिक पहचान के आधार पर पर्यटकों को चुन-चुन कर मार डाला, जिससे यह अब तक का सबसे भीषण आतंकवादी हमला बन गया। एनआईए ने दोनों को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत गिरफ्तार किया है‌। तीन आतंकवादियों ने 22 अप्रैल 2025 को दुनिया को हिला देने वाले इस भयावह हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे और 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

उल्लेखनीय है कि पहलगाम में हुए हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी। सुरक्षा एजेंसियों ने दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के पास हुए आतंकी हमले में शामिल होने के संदेह में तीन संदिग्ध लोगों के रेखाचित्र (स्केच) जारी किए थे। संदिग्धों के नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा हैं। तीनों आतंकवादियों के कोड नाम भी थे - मूसा, यूनुस और आसिफ और ये तीनों पुंछ में आतंकी घटनाओं में शामिल थे।

Friday, 20 June 2025

183 करोड़ के फर्जी बैंक गारंटी घोटाले में पीएनबी का सीनियर मैनेजर गिरफ्तार



183 करोड़ के फर्जी बैंक गारंटी घोटाले में पीएनबी का सीनियर मैनेजर गिरफ्तार



इंद्र वशिष्ठ, 
सीबीआई ने 183 करोड़ रुपए के फर्जी बैंक गारंटी घोटाले में पंजाब नेशनल बैंक के सीनियर मैनेजर गोविंद चंद्र हांसदा और मोहम्मद फिरोज खान को गिरफ्तार किया है। 

सीबीआई के अनुसार मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के निर्देशों के बाद सीबीआई  ने 9 मई 2025 को तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए। ये मामले इंदौर स्थित प्राइवेट कंपनी मैसर्स तीर्थ गोपीकॉन लिमिटेड द्वारा मध्य प्रदेश जल निगम लिमिटेड (एमपीजेएनएल) को 183.21 करोड़ रुपए की फर्जी बैंक गारंटी जमा करने से संबंधित एक बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े हैं।

इस कंपनी ने एमपीजेएनएल से 2023 में मध्य प्रदेश में 974 करोड़ रुपए की सिंचाई की 3 परियोजनाएं (ठेके) हासिल की। इन अनुबंधों का समर्थन करने के लिए 183.21 करोड़ रुपए की आठ फर्जी बैंक गारंटी जमा की गई।
प्रारंभिक सत्यापन के दौरान, एमपीजेएनएल को पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के आधिकारिक डोमेन का प्रतिरूपण करते हुए धोखाधड़ी वाली ईमेल प्रतिक्रियाएं मिलीं, जिनमें बैंक गारंटी की प्रामाणिकता की झूठी पुष्टि की गई थी। इन पुष्टियों पर भरोसा करते हुए, एमपीजेएनएल ने फर्म को तीन अनुबंध दिए, जिनकी कीमत 974 करोड़ रुपए से अधिक थी। 

इस मामले में, सीबीआई ने दिनांक 19 और 20 जून 2025 को बड़े पैमाने पर अभियान चलाया, जिसमें पांच राज्यों यानी नई दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, झारखंड और मध्य प्रदेश के  23 स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप कोलकाता से पंजाब नेशनल बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक गोविंद चंद्र हांसदा और मोहम्मद फिरोज खान को गिरफ्तार किया गया।
सीबीआई को अब तक की जांच से पता चला है कि कोलकाता स्थित एक सिंडिकेट कई राज्यों में सरकारी ठेके हासिल करने के लिए व्यवस्थित रूप से फर्जी बैंक गारंटियां तैयार कर उन्हें प्रसारित कर रहा है।




Thursday, 12 June 2025

यादगार तस्वीरें

छोटे भाई नरेंद्र वशिष्ठ की शादी की यादगार तस्वीरें, 1997


सान्ध्य टाइम्स के संपादक सत सोनी जी के साथ
यादगार तस्वीर

दिल्ली पुलिस के तत्कालीन डीसीपी क्राइम कर्नल सिंह, तत्कालीन एडिशनल डीसीपी आलोक कुमार, अजय कुमार तत्कालीन एडिशनल डीसीपी,  रविशंकर तत्कालीन एसीपी, वकील मोहम्मद नासिर और मित्रों के साथ छोटे भाई की बरात की यादगार तस्वीर, 
30-4-1997
डीसीपी कर्नल सिंह आईपीएस, पत्रकार मित्र गुलशन खत्री नवभारत टाइम्स, एसीपी रामचंद्र सिंह, निगम पार्षद आत्मा राम गुप्ता 1-5-1997
तत्कालीन डीसीपी दीपक मिश्रा आईपीएस, एसीपी रामचंद्र सिंह
बी के गुप्ता आईपीएस, पी एन अग्रवाल आईपीएस, तत्कालीन डीसीपी उत्तर पश्चिम जिला सतेंद्र गर्ग आईपीएस, पुलिस प्रवक्ता रवि पवार


तत्कालीन डीसीपी किशन कुमार आईपीएस, एडिशनल डीसीपी महावीर सिंह


तत्कालीन डीसीपी राजेश मलिक आईपीएस, एडिशनल डीसीपी संजय सिंह आईपीएस

दिल्ली पुलिस के तत्कालीन डीसीपी बी एस बोला
तत्कालीन एसीपी मोहन कुदेसिया