Friday 23 September 2022

CBI ने दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया। कमिश्नर संजय अरोड़ा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाओ। दिल की पुलिस कर रही दिल खोल कर भ्रष्टाचार।


सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया

इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली पुलिस खुद को 'दिल की पुलिस' होने का ढिंढोरा पीटती है लेकिन उसकी करतूतों से तो यही लगता है कि पुलिस का दिल भ्रष्टाचार के बगैर धड़कता ही नही है। आए दिन पुलिस के भ्रष्टाचार के एक से बढ़ कर एक मामले सामने आने से लगता है कि  भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को किसी का डर नहीं है।
 पुलिसकर्मियों के निरंकुश और बेखौफ हो जाने से वरिष्ठ पुलिस अफसरों की भूमिका पर भी सवालिया निशान लग जाता है।

सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार-
सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि पचास हजार रुपए रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में  जाफर पुर कलां थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर वेद प्रकाश को गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई ने एक शिकायत पर सब-इंस्पेक्टर वेद प्रकाश के खिलाफ मामला दर्ज किया।

आरोप है कि सब-इंस्पेक्टर वेद प्रकाश ने शिकायतकर्ता के खिलाफ लंबित शिकायत पर राहत देने और भूमि विवाद उसके पक्ष में निपटाने के लिए शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगी।
सीबीआई ने मामला दर्ज कर जाल बिछाया और सब-इंस्पेक्टर को पचास हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया।
दिल्ली में आरोपी के परिसरों की तलाशी ली गई। सब-इंस्पेक्टर वेद प्रकाश को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया।

किस्से खाकी को खाक में मिलाने के-

रिश्वतखोर हवलदार गिरफ्तार-
सीबीआई ने इसके पहले 14 सितंबर को गांधी नगर थाने की सीलमपुर पुलिस चौकी के हवलदार अमित मलिक और उसके साथी दीपक को दुकानदार से दस हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया  था।
नानक बस्ती में संजय की कचौड़ी समोसे की दुकान है। संजय ने सीबीआई को दी शिकायत में बताया कि 9 सितंबर को उसके पिता का पड़ोसी से झगड़ा हो गया था। पड़ोसी ने उसके पिता को थप्पड़ मार दिया। संजय ने 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दे दी।
100 नंबर पर फोन क्यों किया-
संजय का आरोप है कि बीट अफसर हवलदार अमित मलिक वहां आया। हवलदार अमित मलिक ने उसे धमकाया कि, तुमने 100 नंबर पर कॉल कैसे कर दी। हवलदार अमित मलिक  दुकान से उनका गैस चूल्हा/भट्टी और सिलेंडर उठा लकर सीलमपुर पुलिस चौकी ले गया। दूसरे हवलदार नीरज राणा ने उनका पड़ोसी के साथ समझौता करा दिया।
बीस हजार मांगे-
संजय का आरोप है कि बीट अफसर हवलदार अमित मलिक और हवलदार नीरज राणा ने भट्टी और सिलेंडर वापस करने के एवज में उससे बीस  हजार रुपए रिश्वत मांगी। पुलिसकर्मियों ने धमकी दी कि, रिश्वत नहीं दोगे तो तुम्हारी दुकान नहीं चलने देंगे, तुम्हारे खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर देंगे।
इसके बाद सीबीआई ने हवलदार अमित मलिक और हवलदार नीरज राणा के खिलाफ मामला दर्ज कर जाल बिछाया।
हवलदारों के लिए  संजय से दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए  दुकानदार दीपक को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद हवलदार अमित मलिक को गिरफ्तार किया गया।

एसीपी ने 15 लाख मांगे-
सीबीआई ने 31अगस्त को बाहरी उत्तरी जिले  के बवाना थाना स्थित नारकोटिक्स विभाग में तैनात एसीपी बृज पाल  के खिलाफ नशे की सौदागर के पति से 15 लाख रुपए रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया है। इस मामले में एएसआई दुष्यंत गौतम को सात लाख 89 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।

इंस्पेक्टरों ने लाखों वसूले ?-
दिल्ली पुलिस के दो इंस्पेक्टरों पर वसूली के लिए एक व्यक्ति को अवैध तरीक़े से बंधक बनाने और यातनाएं देने का मामला सामने आया है।
बाहरी उत्तरी जिले के एएटीएस(वाहन चोरी निरोधक दस्ते) के इंस्पेक्टर संदीप यादव, इंस्पेक्टर पवन यादव और एएसआई राकेश आदि पर यह गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
 वसूली के लिए अत्याचार-
आरोप है कि प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसी चलाने वाले अजय रोहिल्ला को एएटीएस वाले 8 अगस्त को ले गए। हथकडी लगा कर गैरकानूनी तरीक़े से बंधक बना कर रखा और उसकी पिटाई की गई।
आरोप है कि अजय रोहिल्ला को गैरकानूनी तरीके से मोबाइल फोन की सीडीआर निकलवाने के आरोप में गिरफ्तार करने की धमकी देकर लाखों रुपए की मांग की गई। वसूली के बाद ही अजय रोहिल्ला को छोड़ा गया।

कमिश्नर अंकुश लगाएं-
पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा अगर अपनी निगरानी में जांच कराएं तो ही यह सच्चाई सामने आ सकती हैं कि इंस्पेक्टरों ने पैसे लेकर अपराधी को छोड़ दिया या बेकसूर से वसूली की है। 
कमिश्नर को अगर पुलिस में व्याप्त भ्रष्टाचार और निरंकुश पुलिसकर्मियों पर अंकुश लगाना है तो इस मामले में  पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। क्योंकि पुलिस ने अपराधी को छोड़ा या बेकसूर से वसूली की है, दोनों ही सूरत में पुलिसकर्मियों ने अपराध तो किया ही है। 




No comments:

Post a Comment