दिल्ली में दुश्मनी के कारण हत्याओं में वृद्धि ।
इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली में दुश्मनी के कारण हत्या के मामले बढ़ रहे है। मामूली सी बात
पर आपा खो कर हत्या तक करना हत्या का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। हत्या का तीसरा कारण
सेक्स संबंधी है। पारिवारिक विवाद के कारण हत्या करना चौथा कारण रहा । साल 2016
में सिर्फ अपराध के लिए हत्याएं कम हुई है।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के स्पेशल पुलिस कमिश्नर ताज हसन के
अनुसार साल 2016 में दिल्ली में हत्या की 528 वारदात हुई । इसमें से 19.32 फीसदी हत्याएं पुरानी दुश्मनी के कारण हुई। 16 फीसदी हत्याएं मामूली
सी बात पर अचानक तैश में आकर आपा खोने के कारण की गई। 12.69 हत्याएं सेक्स संबंधों
के कारण हुई । 8.90 फीसदी मामलों में पारिवारिक मतभेद के कारण हत्या कर दी गई। 8.33 फीसदी मामलों में सम्पत्ति या पैंसों
के विवाद के कारण हत्या कर दी गई। सिर्फ
7.77 फीसदी मामलों में अपराध के लिए हत्या की गई। पुलिस ने हत्या के 77.46 मामलों
को सुलझाने का दावा किया है।
हथियार— 36 फीसदी मामलों में
हत्या चाकू जैसे तेजधार हथियार से की गई। 17 फीसदी हत्या भारी वस्तु से वार कर की
गई। 15 फीसदी हत्याएं गोली मार कर की गई । 14 फीसदी मामलों में हत्याएं गला घोंट
कर की गई। 14 फीसदी में ही अन्य हथियार से
हत्या की गई। 2 फीसदी में जहर या
शराब का हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया । हत्या के 2 फीसदी मामलों में पेट्रोल या तेल का इस्तेमाल
किया गया।
बुजुर्गों की हत्या— साल 2016 में बुजुर्गों की हत्या की 19 वारदात
हुई। इनमें से 16 मामलों को पुलिस ने सुलझा लिया।
साल 2015 में दिल्ली में
हत्या की 541 वारदात हुई । इसमें से 18.67
फीसदी हत्याएं पुरानी दुश्मनी के
कारण हुई। 16.64 फीसदी हत्याएं मामूली सी
बात पर अचानक तैश में आकर आपा खोने के कारण की गई। 9.61 हत्याएं सेक्स संबंधों के
कारण हुई । 13.49 फीसदी मामलों में पारिवारिक मतभेद के कारण हत्या कर दी गई। 9.61 फीसदी मामलों में सम्पत्ति या पैंसों
के विवाद के कारण हत्या कर दी गई। सिर्फ
9.43 फीसदी मामलों में अपराध के लिए हत्या की गई। पुलिस ने हत्या के 76.89 मामलों
को सुलझाने का दावा किया ।
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