, मेट्रो चोर-चोरनी के चंगुल में , पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान ,
इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली की शान और पहचान मेट्रो में चोरी की वारदात में लगातार जबरदस्त इजाफा हो रहा है। इस साल के शुरू के साढ़े चार महीने में ही चोरी/जेबकटने के 7063 मामले दर्ज हो गए है । सिर्फ 132 अभियुक्तों को ही पुलिस गिरफ्तार कर पाई है। । मेट्रो में सक्रिय जेबकत्तरों और चोरनियों के गिरोह पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान लगाते है। चोर- चोरनियों के कई गिरोह तो सालों से मेट्रो मे ही चोरी कर रहे है ।
सावधान- मेट्रो रेल मे सफर के दौरान चौकन्ने रहें , खास तौर पर उतरते समय वर्ना नकदी और कीमती सामान गंवा देंगे ।
कंधे पर बैग निशाना-- चोर-चोरनी के गिरोह कंधे पर बैग लटकाने वाले को निशाना बनाते है। पुलिस द्वारा पकड़ी गई महिला चोरों ने पूछताछ में बताया कि उनको अंदाजा रहता है कि महिलाए नकदी और जेवर आदि छोटे पर्स में रख कर उसे बैग में रखती है। कंधे पर बैग लटका कर सफर करने वाली महिला को चोरनियों का गिरोह घेर कर खड़ा हो जाता है। मेट्रो के अंदर, उतरते समय या एस्कलेटर पर जहां भी मौका मिला भीड़ की आड़ में ये चोरनियां बैग की जिप खोल कर सामान चोरी कर लेती है । चोरी करने वाली माल तुरन्त अपनी साथियों को पास कर देती है।
मोबाइल और लैपटाप --जेबकत्तरे पर्स चोरी करने के अलावा मोबाइल और लैपटाप चोरी करते है।
-- दिल्ली पुलिस ने 15 मई 2017 तक मेट्रो में चोरी के 6384 और जेबकटने के 679 मामले दर्ज किए है। । इस अवधि में सिर्फ 132 अभियुक्तों को पुलिस गिरफ्तार कर पाई है। साल 2016 में चोरी के 9705 जेबकटने के 510, साल 2015 में चोरी के 3104 जेबकटने के 1728, साल 2014 में चोरी के 2211 जेबकटने के 1739 और साल 2013 में चोरी के 875 जेबकटने 661 मामले दर्ज हुए थे हालांकि पुलिस के अपराध के आंकड़े सचाई से कोसों दूर होते है। क्योंकि अपराध कम दिखाने के लिए पुलिस जेब कटने के सभी मामलों को दर्ज नहीं करती । इसके बावजूद दर्ज मामलों से ही जाहिर है कि चोरी की वारदात बेतहाशा बढ़ रही है । जेबकाटते या बैग से चोरी करते हुए अपराधियों के फोटो सीसीटीवी कैमरों में कई बार पाए गए है। इसके बावजूद पुलिस जेबकत्तरों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है।
इन स्टेशनों पर रहें चौकन्ना--पुलिस के अनुसार जेबकत्तरों के गिरोह भीड़ भाड़ वाले राजीव चौक , कश्मीरी गेट.चांदनी चौक और चावड़ी बाजार स्टेशनों पर सबसे ज्यादा सक्रिय है। मेट्रो में बढ़ती भीड़ जेबकत्तरों के लिए माहौल मुफीद बना देती है। मेट्रो में सवार होते समय लोगों द्वारा की जानी वाली धक्का मुक्की भी जेबकत्तरों और चोरों को मौका देती है।
मेट्रो में रोजाना 25 लाख से ज्यादा लोग सफर करते है। सुरक्षा सीआइएसएफ और दिल्ली पुलिस के पास है। मेट्रो में होने वाले अपराध की रोकथाम और जांच का जिम्मा पुलिस के पास है। मेट्रो स्टेशन मेट्रो के 14 थानों के अधीन आते है।
25 लाख के हीरों के जेवरात--मेट्रो मे पिछले साल 25 लाख के हीरों के जेवरात की चोरी को महिला चोर ने अंजाम दिया । बीकानेर निवासी मांगी लाल 23 मई 2016 को मेट्रो से चांदनी चौक से द्वारका जा रहा था। उसके बैग मे डिब्बे में हीरे के जेवर के 5 सैट थे । पुलिस ने सीसीटीवी की फुटेज को खंगाला तो एक औरत बैग से चोरी करते और जेवर के डिब्बे के साथ नई दिल्ली स्टेशन पर उतरती दिखाई दी । पुलिस ने उस औरत की पहचान पूजा के रूप में की । पूजा को पकड़ लिया गया । उससे पूछताछ पर उसके रिश्तेदार के घर से 25 लाख के जेवरात बरामद हो गए । पूजा मेट्रो में एक दशक से भी ज्यादा समय से चोरी कर रही है। मेट्रो में चोरी के आरोप में पूजा को 2002 और 2015 में भी गिरफ्तार किया गया था । पूजा अकेली ही चोरी करती है।
6 लाख के जेवर--- मेट्रो में गुडगांव की सुनीता खन्ना के बैग से 1 जून 2016 को 6 लाख के हीरे और सोने के जेवर चोरी हो गए । नई दिल्ली स्टेशन पर सीसीटीवी की फुटेज मे दिखाई दिया कि सुनीता जब उतर रही थी तब उसे औरतों के गिरोह ने घेर रखा था । उनमें से एक राखी की पहचान हो गई। राखी ,ललित,सुरेखा और तुलसा को पकड़ लिया गया । राखी इस गिरोह की सरगना है। ये चारों मेट्रो में चोरी और जेबकाटने के आरोप में पहले भी पकड़ी जा चुकी है।
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