Tuesday, 29 July 2025

आतंकवाद के ख़िलाफ़ हर हद और सरहद पार करने की हिम्मत है: रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह



आतंकवाद के ख़िलाफ़ हर हद और सरहद पार करने की हिम्मत: रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह


इंद्र वशिष्ठ, 
नई दिल्ली, रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह ने राज्य सभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कहा कि भारतीय सेना ने जो लक्ष्य निर्धारित किया था उसे हासिल करने में पूरी तरह कामयाब रहे। आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत किसी भी हद तक जा सकता है। 
ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा-
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान के बारे में कहा कि जो लोग सांपों को पालते हैं एक दिन सांप उनको भी डस लेता है। आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत हर हद और सरहद पार करने की हिम्मत रखता है। भारत पाकिस्तान की परमाणु बम ब्लैकमेलिंग या अन्य दबावों के आगे झुकने वाला नहीं। भारत ने पाकिस्तान में 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में एयर स्ट्राइक करके यह दिखा दिया।
उन्होंने कहा कि हम अपनी पहचान को पुनः परिभाषित/ री डिफाइन कर रहे हैं। अब ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। 
कश्मीर में पहलगाम आतंकी हमले में शामिल तीनों आतंकियों को भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों ने मार गिराया। द रेजिस्टेंस फ्रंट के इन तीनों आतंकियों के पास से बरामद हुए हथियारों का ही इस्तेमाल पुलवामा में आतंकी हमले में किया गया था।  रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह ने राज्य सभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान यह जानकारी दी। 
रक्षा मंत्री ने 28 जुलाई को जम्मू-कश्मीर में द रेजिस्टेंस फ्रंट के तीन आतंकवादियों को मार गिराने के लिए भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों को बधाई दी। द रेजिस्टेंस फ्रंट के आतंकवादियों ने 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। आतंकवादियों से मिले हथियारों की फोरेंसिक जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि उनका इस्तेमाल पहलगाम हमले में किया गया था। 
भारत को तोड़ने की कोशिश-
राजनाथ सिंह ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के माध्यम से सीमा पार आतंकवाद के जरिए भारत को तोड़ने की कोशिश की गई थी। इसके विरुद्ध 6 और 7 मई, 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर संचालित किया।  भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकियों के 9 ठिकानों पर सटीक हमले किए। इन हमलों में सौ से ज्यादा आतंकी उनके हैंडलर/ ट्रेनर मारे गए। लश्कर ए तोएबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े इन आतंकी संगठनों को पाकिस्तानी खुफ़िया एजेंसी आईएसआई का खुला समर्थन था। 
दुनिया ने भारतीय वायु सेना का शौर्य देखा-.
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत के एयर डिफेंस सिस्टम और काउंटर ड्रोन सिस्टम ने पाकिस्तान के हमले को नाकाम कर दिया। भारत की कार्रवाई ठोस और प्रभावी रही। 
पूरी दुनिया ने भारतीय वायु सेना के शौर्य की तस्वीरें देखी। भारतीय थलसेना ने जमीन पर मोर्चा संभाला। भारतीय नौसेना ने उत्तरी अरब सागर में तैनाती मजबूत कर दी। 
ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर देना था। 
आतंकवादियों को परोक्ष समर्थन देने वालों पर निशाना साधते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि नागपंचमी के दिन आज नागो को दूध पिलाना तो उचित है, पर रोज नहीं। 
ऑपरेशन सिंदूर चलता रहेगा-
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारा विजन है कि ऑपरेशन सिंदूर सतत् चलता रहे, इस पर अभी विराम लगाया गया है पूर्ण विराम नहीं। 
रक्षा मंत्री ने कहा कि अभी निश्चित नहीं है, लेकिन वो दिन जरूर आएगा जब पाकिस्तानी कब्जा वाले कश्मीर/पीओके
के लोगों को भारत की शासन व्यवस्था का अंग बनने का सौभाग्य मिलेगा। 
रक्षा मंत्री राज नाथ सिंह ने विपक्ष पर पीओके प्रेम का आरोप लगाते हुए एक गजल के शेर में कुछ फेरबदल कर जवाब दिया। रक्षा मंत्री ने कहा कि "पीओके लूटने का सबब न पूछो, सबके सामने नाम आएगा तुम्हारा फिर से "
रक्षा मंत्री ने कहा कि वह दिन आएगा जब पीओके के लोग बोलेंगे "मैं भी भारत हूं"। 
रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारे सैनिकों की कोई क्षति नहीं हुई। 
रक्षा मंत्री ने विपक्ष से कहा कि कहा कि हम ताजिंदगी नहीं रहेंगे सत्ता में, अभी लंबे समय तक रहेंगे, लेकिन ताजिंदगी नहीं। 
 आतंकवाद का जनक-
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को एक ही समय में आजादी मिली थी, लेकिन आज भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर “लोकतंत्र की जननी” और पाकिस्तान को “वैश्विक आतंकवाद का जनक” माना जाता है। पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवादियों को पनाह दी है और पहलगाम पाकिस्तान से सहायता प्राप्त आतंकवादियों द्वारा किए गए अपराधों की लंबी सूची का एक उदाहरण मात्र है।
 राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा से आतंकवाद को सही ठहराने की कोशिश करता है। इसलिए, यह आवश्यक है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम न केवल आतंकवादियों को ही नहीं, बल्कि पूरे आतंकी ढांचे को भी समाप्त करें और यही कारण है, जो हमारे प्रधानमंत्री ने भी कहा है "ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है।"
बिल्ली से दूध की रखवाली-
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को आतंकवाद की पनाहगाह बताते हुए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इसके लिए विदेशी सहायता रोकने का आह्वान किया। 
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को वित्तपोषित करने का अर्थ आतंकवाद के बुनियादी ढांचे का पालन-पोषण करना है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आतंकवाद निरोधी पैनल के उपाध्यक्ष के रूप में पाकिस्तान की नियुक्ति पर  राजनाथ सिंह ने कहा कि पैनल का गठन 9/11 के हमलों के बाद किया गया था और यह सर्वविदित है कि पाकिस्तान ने हमले के मास्टरमाइंड को शरण दी थी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय “बिल्ली से दूध की रखवाली कराने” जैसा है।
आतंकवादी पाकिस्तान में खुलेआम घूमते हैं-
रक्षा मंत्री ने कहा कि हाफिज सईद तथा मसूद अजहर जैसे घोषित आतंकवादी पाकिस्तान में खुलेआम घूमते हैं और पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल होते देखे जाते हैं।
यह आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का मजाक ही है कि पाकिस्तान से आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समुदाय का नेतृत्व करने की उम्मीद की जाती है।
पाकिस्तान भारत से मदद ले ले-
रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के शासकों/नेताओं ने अपने उन नागरिकों को ही विनाश के रास्ते पर डाल दिया है, जो वास्तव में स्वयं भी आतंकवाद का अंत चाहते हैं। उन्होंने दोहराया कि यदि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने में असमर्थ है तो उसे भारत की मदद लेनी चाहिए। भारतीय सशस्त्र बल सीमा के दोनों तरफ आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने में सक्षम हैं। पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसे भलीभांति देखा है, लेकिन वह एक जिद्दी बच्चें/ अड़ियल देश की तरह व्यवहार करता है। उन्होंने कहा कि अब वैश्विक आतंकवाद को समाप्त करने के लिए पाकिस्तान पर हर तरह का रणनीतिक, कूटनीतिक और आर्थिक दबाव डालने की जरूरत है। 





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