Monday 2 January 2023

सुलतान पुरी मामला: कमिश्नर की भूमिका पर सवालिया निशान, DCP ने हल्की धारा में मामला दर्ज किया. निकम्मे पुलिस वालों ने महकमे को शर्मसार किया. अफसरों के दावे, पुलिस की कार्यप्रणाली की पोल खुल गई. कमिश्नर कार्रवाई कब करोगे.

            कमिश्नर कार्रवाई  कब करोगे

  डीसीपी हरेन्द्र सिंह, डीसीपी गुरइकबाल सिंह

दो डीसीपी की काबलियत पर सवालिया निशान.

पुलिस की कार्यप्रणाली की पोल खुल गई. 

           

इंद्र वशिष्ठ
सुलतान पुरी मामले में पुलिस को मौके से लगातार सूचना देने और आरोपियों की कार का पीछा करने वाले दीपक का बयान अफसरों के दावे और पुलिस की कार्यप्रणाली/व्यवस्था की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है
दो डीसीपी की भूमिका -
इस सनसनीखेज मामले ने रोहिणी जिले के डीसीपी गुरइकबाल सिंह और बाहरी जिले के डीसीपी हरेन्द्र सिंह की भूमिका और पेशेवर काबलियत पर सवालिया निशान लगा दिया है. 
रोहिणी जिले के डीसीपी  गुरइकबाल सिंह ने उस सुबह 4.04 बजे पुलिस नियंत्रण कक्ष को क्षेत्र में अपनी मौजूदगी के बारे में सूचित किया था। डीसीपी के जिले में मौजूद होने के बावजूद पुलिस गाड़ी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने कार सवार आरोपियों को नहीं पकड़ा.
कमिश्नर की भूमिका पर सवालिया निशान-
इस मामले ने पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा  की भूमिका पर भी सवालिया निशान लगा दिया है. कमिश्नर द्वारा इस मामले में अभी तक निकम्मे पुलिसकर्मियों और नाकाबिल अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. 
सुलतान पुरी में हुए एक्सीडेंट के समय से लेकर अभियुक्तों के पकड़े जाने तक दीपक  और किस किस व्यक्ति ने पीसीआर को कितने फोन कर आरोपियों की कार के बारे में सूचना दी थी. इसका तो सारा रिकार्ड पुलिस कंट्रोल रूम में है ही. यह रिकार्ड ही पुलिस की पोल खोल देगा.
पुलिस कमिश्नर उस रिकार्ड के आधार पर ही आसानी से यह पता लगा सकते हैं कि इस मामले में सूचना मिलने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों की कार को क्यों नहीं पकड़ा. सूचना मिलने के बाद पुलिसकर्मियों और अफसरों ने क्या क्या प्रयास अभियुक्तों को पकड़ने के लिए किए थे. वैसे एक बात तो बिलकुल स्पष्ट है कि पुलिसकर्मियों ने अगर प्रयास किया होता तो कार सवार तुरंत पकड़े जाते.
सिर झुकना चाहिए-
दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि कंझावला-सुल्तानपुरी  में हुए अमानवीय अपराध पर मेरा सिर शर्म से झुक गया है और मैं अपराधियों की राक्षसी संवेदनहीनता से स्तब्ध हूं।
 उप राज्यपाल और पुलिस कमिश्नर का सिर तो उन पुलिसकर्मी की करतूत पर भी झुकना चाहिए जिन्होंने आरोपियों की कार को रोकने/ पकड़ने की कोशिश ही नहीं.
सिर्फ सिर ही नहीं झुकाना चाहिए बल्कि उन पुलिसकर्मियों और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
 लाश कफ़न में है क्या ?-
 रोहिणी जिले के  कंझावला थाना के लाड पुर गांव के दीपक दहिया ने एक जनवरी को तड़के तीन बज कर 18 मिनट पर पीसीआर को सूचना दी कि कुतुब गढ़ की ओर जा रही ग्रे रंग की बलेनो कार में नीचे एक लाश फंसी/अटकी हुई है.
पुलिस द्वारा दीपक को फोन कर यह पूछा जाता है कि बताओ लाश कफ़न में है या वैसे ही है.  दीपक ने बताया कि लाश नग्न अवस्था में है. 
पुलिस द्वारा दीपक से यह सवाल पूछने का कोई औचित्य नही था. 
पल पल की सूचना दी-
इसके कुछ देर बाद पुलिस ने फिर दीपक को फोन करके ओर जानकारी ली.
दीपक ने बताया कि वह कार करीब साढ़े तीन बजे उसकी दुकान के सामने से वापस  कंझावला की ओर गई. दीपक ने कार का पीछा किया. कार का नंबर भी पुलिस को बताया. कार कंझावला से फिर वापस मुडी. इसके बाद जौंती गांव के पास से फिर वापस कंझावला की ओर मुड़ गई.
पुलिस ने नहीं पकड़े-
 इस बार दीपक ने पाया कि तब कार के नीचे लाश नहीं थी. दीपक कार का पीछा करता रहा. पंजाब खोड़ की ओर से एक पुलिस गाड़ी आई, लेकिन वह भी कराला स्कूल के पास जा कर रुक गई. 
दीपक ने कार का पीछा करना जारी रखा. बेगम पुर में खड़ी एक अन्य पीसीआर गाड़ी में सवार पुलिसकर्मियों को दीपक ने वहां से गुजर रही उस कार के बारे में बताया, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उस कार को रोकने की कोई नहीं की.  
नशे में पुलिस-
दीपक ने बताया कि पुलिस गाड़ी  पर तैनात पुलिस कर्मी नशे में थे.
पुलिसकर्मियों ने तो दीपक की  बात सुनने की भी जहमत भी नहीं उठाई. इसके बाद वह कार अवंतिका की ओर चली गई. 
पुलिस ने पकड़ना ही नहीं चाहा-
 पुलिस के रवैये से निराश होकर दीपक भी वहां से वापस लौट गया. दीपक ने कहा कि जब प्रशासन ही पकड़ना नहीं चाह रहा था, तो मैं क्या कर सकता था.
दीपक द्वारा बताया गया यह सारा विवरण पुलिस व्यवस्था और  अफसरों के दावों की पोल खोल देता है. 
पुलिस अफसर जनता से अपराध के मामले में सहयोग करने की अपील करते रहते है. लेकिन दीपक जैसे जागरूक युवक ने तो पुलिस को गाडी का नंबर बताया और खुद भी उस कार का पीछा किया. 
लेकिन पुलिस जिप्सी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने ही अभियुक्तों की कार को रोकने/ पकड़ने की कोई कोशिश नहीं की. 
अफसरों को दीपक के इस बयान के आधार पर ही तुरंत उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर देना चाहिए थी.
एसएचओ सड़कों पर उतरे या नहीं-
अफसरों द्वारा दावा किया जाता है कि पुलिस निरंतर गश्त करती है पिकेट लगा कर चेकिंग की जाती.
 इस दावे की पोल भी इस मामले ने खोल दी.
दीपक ने पीसीआर को इस संगीन मामले की सूचना दी थी आला अधिकारियों को बताना चाहिए कि इस सूचना के बाद संबंधित थाने/  जिले के कितने एसएचओ, एसीपी आदि सड़कों पर उस कार को पकड़ने के लिए लगे थे. अगर ये सब सड़कों पर थे तो कार सवार उनसे तभी क्यों नहीं पकडे़ गए. 
जबकि कंझावला से कुतुब गढ़ के बीच में तो कार ने कई चक्कर लगाए थे और दीपक पीछा करते हुए पल पल की खबर भी पुलिस को दे रहा था.
डीसीपी हरेन्द्र सिंह की भूमिका पर सवालिया निशान-
 बाहरी जिले के डीसीपी हरेन्द्र सिंह ने एक जनवरी को मीडिया को बताया कि यह मामला पूरे तौर पर फैटल एक्सीडेंट (जानलेवा/घातक दुर्घटना) का है. कार चलाने वाले लोग पीड़िता को काफी दूर तक घसीटते हुए ले गए. इस सिलसिले में लापरवाही/ असावधानी से वाहन चलाने के कारण हुई मौत का मामला धारा 279,304 ए के तहत दर्ज किया गया है.
बिना तफ्तीश निष्कर्ष निकाला-
डीसीपी ने अपने बयान में साफ कहा कि अभियुक्त पीड़िता को घसीटते हुए ले गए.
लेकिन इसके बावजूद डीसीपी ने हल्की धारा में मामला दर्ज करके और ऐसा बयान देकर एक तरह से बिना तफ्तीश के खुद ही यह साबित कर दिया कि अभियुक्तों को मालूम ही नहीं था कि उनकी कार के नीचे लड़की फंसी हुई है. 
जबकि अभियुक्तों ने जानबूझकर ऐसा किया या उन्हें पता ही नहीं चला कि लड़की नीचे फंसी हुई है. यह बात तो तफ्तीश पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो सकती है. 
मान लो कि अभियुक्तों ने जानबूझकर लड़की को घसीटा हो तो भी वह तो यही कहेंगे कि लड़की के नीचे फंसी होने के बारे में उन्हें मालूम नहीं था. ऐसे में पुलिस की सही तफ्तीश से ही सच्चाई सामने आ सकती है
हालांकि बाद में हंगामा होने पर सोमवार को पुलिस ने गैर इरादतन हत्या की धारा 304 इस मामले में जोड़ दी. 
पीसीआर कॉल -
बाहरी जिला पुलिस को दुर्घटना संबंधी कोई कॉल प्राप्त नहीं हुई थी। 
दुर्घटना की पहली कॉल रोहिणी जिला पुलिस को 2.18 बजे रोहित नाम के व्यक्ति से मिली थी। जिसमें बताया गया था कि एक बच्चे को बलेनो ने टक्कर मार दी है। 
सुबह 4.11 बजे  साहिल ने पीसीआर को कंझावला इलाके में एक शव होने की सूचना दी थी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। 
सुलतान पुरी एसएचओ ने गश्त के दौरान
3.53 बजे दुर्घटनाग्रस्त स्कूटी देखी थी.
विकास ने भी पुलिस को सूचना दी-
जमेटो में काम करने वाले विकास ने भी मीडिया को बताया कि ढाई से तीन बजे के बीच महाराजा अग्रसेन रोड पर उसकी बाइक उस कार से टकराने से बच गई. तभी उसने कार में लड़की फंसी हुई देखी थी. जिसकी सूचना उसने अपाचे बाइक सवार दो पुलिसकर्मियों को दी थी. विकास की सूचना पर इन पुलिसकर्मियों ने क्या कार्रवाई की यह भी खुलासा अफसरों को करना चाहिए.

दर्दनाक मौत-
31 दिसंबर को आधी रात के बाद सुलतान पुरी में कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी.
पुलिस के अनुसार कार बैक की गई, उसी दौरान अंजलि (20) उसके नीचे फंस गई. कंझावला इलाके में सुबह चार बजकर 11 मिनट पर लड़की की लाश मिली थी. 
लड़की का शव पीठ के बल पड़ा हुआ था.शव को पलट कर देखा गया तो रौंगटे खड़ा करने वाला दृश्य था. लड़की के सिर के पिछले हिस्से से कमर तक चमड़ी उतरी हुई थी. हड्डियां नज़र आ रही थी.अंजलि सिंह के शरीर को दो घंटे तक 12-13 किलोमीटर से अधिक घसीटा गया.

सुलतान पुरी पुलिस ने इस मामले में  एक जनवरी को अमित खन्ना, दीपक खन्ना, मनोज मित्तल, कृष्ण और मिथुन को गिरफ्तार किया. 






        रविवार दिल्ली 8-14 जनवरी 2023
*Brief Facts of a fatal accident in PS Sultanpuri area :-*

A PCR Call vide DD No. 13 A dt. 01.01.2023 at about 03:24 AM was received at PS Kanjhawala (Rohini District) “ek baleno gaadi grey colour jo Qutubgarh ki side jaa rahi hai or usmei ek dead body bandhi hue hai jo niche latki hue    hai”. The caller was constantly contacted over his mobile number by the team of PS and the caller then informed that he identified the vehicle as a grey colour baleno bearing registration No. DL8CAYxxxx Staff deployed at pickets were alerted as well the message was flashed to search the vehicle. Constant efforts were made to trace the vehicle. At about 04:11 AM, a PCR call vide DD No. 15A dt. 01.01.2023 was received at PS Kanjhawala about the body of a girl lying on road. 
On reaching at the spot, Crime Team, Rohini Distt. was called for inspecting the crime scene and exhibits were lifted from the Scene of Crime. Thereafter, dead body of deceased was sent to SGM, Hospital, Mangolpuri wherein the doctor declared the patient brought dead vide MLC No. 82 dt. 01.01.2023 and dead body of deceased was preserved at Mortuary, SGM, Hospital, Mangolpuri. 
Immediately, the car involved in the case and the occupants at the time of incidents were traced and apprehended. They were subjected to sustained interrogation which revealed that the car they were driving had met an accident with a scooty in the area of Sultanpuri. 
In the area of PS Sultanpuri, SHO during night patrolling had already noticed a scooty in accidental condition and this information was lodged in the PS at 3.53am. With the scooty number further investigation was conducted and it revealed to be belonging to the victim who had been found lying on the road in the area of PS Kanjhawala.
Spot inspection as well as the physical remains on the spot reveal that after the accident, victim got entangled in the wheels and dragged for quite some distance. However, the investigation is still underway and all aspects of matter are being taken into consideration. 
In this regard, a case vide FIR No. 02/2023 dated 01.01.2023 u/s 279/304A/304/34 of IPC, PS Sultanpuri has been registered and all the five occupants of the car have been arrested. The details of arrested person are as under:
1. Deepak Khanna s/o late Rajesh Khanna aged 26 years working as Driver in Gramin Sewa

2. Amit Khanna s/o late Raj Kumar Khanna aged 25 working for SBI Cards in Uttam Nagar.

3. Krishan s/o Kashi Nath aged 27 years working as Spanish Culture Centre at CP New Delhi

4. Mithun s/o Shiv Kumar aged 26 years working as Hair Dresser at Naraina 

5. Manoj Mittal s/o Surender Mittal aged 27 years working as Rashan Dealer at P Block Sultan Puri
Further, a request has been moved to health department, GNCT, Delhi to constitute a medical board to conduct the postmortem examination. The forensic experts have also been involved to examine the scene of crime, vehicles involved and collect all the relevant physical, biological and others evidences which will ensure successful prosecution.

DCP/OUTER DISTT.

Brief Facts of a fatal accident in PS Sultanpuri area :-
A PCR Call vide DD No. 13 A dt. 01.01.2023 at about 03:24 AM was received at PS Kanjhawala ( Rohini District)“ ek baleno gaadi grey colour jo Qutubgarh ki side jaa rahi hai or usmei ek dead body bandhi  hue hai jo niche latki hue hai ‘’.The caller was constantly contacted over his mobile number by the team of PS and the caller then informed that he identified the vehicle as a grey colour baleno bearing registration No. DL8CAY xxxx.Staff deployed at pickets were alerted as well the message was flashed to search the vehicle. Constant efforts were made to trace the vehicle. At about 04:11 AM,  a PCR call vide DD No. 15 A dt. 01.01.2023 was again received at PS Kanjhawala about the body of a girl lying on the road. On reaching at the spot,Crime Team, Rohini Distt. was called at the spot and inspected the crime spot and photographs were taken from different angles as well as exhibits were lifted from the Scene of Crime. Thereafter, dead body of deceased was sent to SGM,Hospital, Mangolpuri wherein the doctor declared the patient brought dead vide MLC No. 82 dt. 01.01.2023 and dead body of deceased was preserved at Mortuary, SGM, Hospital, Mangolpuri. 

In the meantime the car was traced and during enquiry, the occupants of the vehicle were traced and they stated that the car met with an accident in the area of PS Sultanpuri. 
In the area of PS Sultanpuri, SHO during night patrolling had already noticed a scooty in accidental condition and this information was lodged in the PS at 3.53am. With the scooty number further investigation was conducted and it revealed to be belonging to the victim. 
Spot inspection reveals that after the accident, victim got entangled in the wheels and dragged for quite some distance.
All the five occupants of the car have been apprehended. Further investigation is in progress.

2 comments:

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  2. बेहद शर्मनाक है पुलिस का रवैया। आपकी साहसिक पत्रकारिता को सलाम।

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