Tuesday 10 January 2023

आतंकियों-बदमाशों को बंदूकें सप्लाई करने वाला चौटाला का छोटू राम भाट गिरफ्तार : NIA


आतंकियों-बदमाशों को बंदूकें सप्लाई करने वाला चौटाला का छोटू राम गिरफ्तार : NIA

इंद्र वशिष्ठ
आतंकियों और बदमाशों के गठजोड़ को हथियार और रहने का ठिकाना उपलब्ध कराने वाले एक कुख्यात बदमाश को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया है.
 हथियारों का सप्लायर -
एनआईए के प्रवक्ता ने बताया कि छोटू राम भाट निवासी चौटाला गांव, सिरसा, हरियाणा को गिरफ्तार किया गया है. 
छोटू राम भाट आतंकियों-बदमाशों के गठजोड़ के लिए हथियार सप्लाई करने वाला प्रमुख व्यक्ति है. 
छोटू राम बंबीहा गिरोह के बदमाशों को अपराध से पहले और बाद में छिपने के लिए ठिकाने और अन्य सुविधाओं का भी इंतजाम करता था. कुख्यात बदमाश छोटूराम भाट के ख़िलाफ़ हत्या समेत अनेक आपराधिक मामले दर्ज हैं.
चौटाला गांव में छापे मारी-
एनआईए ने 21 दिसंबर 2022 को सिरसा के चौटाला गांव में कुख्यात बदमाश छोटू राम भाट और सिरसा के ही तख्तमल गांव के कुख्यात बदमाश जग्गा सरपंच के घरों /ठिकानों पर छापेमारी की थी.
एनआईए को तलाशी के दौरान एक रायफल, एक बंदूक, दो पिस्तौल, सौ से ज्यादा कारतूस और तेजधार वाले हथियार मिले थे.
यह गिरफ्तारी एनआईए द्वारा हरियाणा और पंजाब के कुख्यात बदमाशों और उन्हें हथियार उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ लगातार की जा रही कार्रवाई का हिस्सा है.
बंबीहा निशाने पर-
एनआईए के अनुसार छोटू राम की  गिरफ्तारी का उद्देश्य कुख्यात बदमाश बंबीहा के नेतृत्व वाले आतंकी- गैंगस्टर सिंडिकेट के फरार लोगों के ठिकानों के अलावा उन्हें अवैध हथियार सप्लाई कराने वाले बुनियादी ढांचे को खत्म करना है.
यह गिरोह पंजाब सीमा से अपने ठिकाने लगे होने का फायदा उठा रहे थे.
एनआईए के अनुसार इस तरह के आतंकी नेटवर्क के साथ-साथ उनकी फंडिंग और मददगारों ( सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर) को खत्म करने के लिए जांच जारी है। 
एनआईए की जांच का उद्देश्य आतंकी-अपराधी सिंडिकेट की मदद करने वाले  बुनियादी ढांचे के महत्वपूर्ण तत्वों की पहचान करना और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करना है।
आतंकवादी अपराधी गठजोड़-
एनआईए को जांच में पता चला था कि भारत और विदेश में मौजूद कुख्यात बदमाशों के गिरोह आतंकी और आपराधिक वारदात को अंजाम दे रहे हैं. एनआईए ने ऐसे गिरोहों की पहचान की और अगस्त 2022 इस संबंध में दो मामले दर्ज किए थे.
अभियान-
आतंकवादियों, बदमाशों,अवैध हथियार और मादक पदार्थों के तस्करों के बीच उभरती सांठगांठ को तोड़ने और खत्म करने के लिए एनआईए द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है.
एनआईए ने सितंबर ,अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में पांच राज्यों में सौ से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी.
 छापे, तलाशी और गिरफ्तारी का यह अभियान दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में संगठित आपराधियों के सिंडिकेट और नेटवर्क, गैंगस्टरों के आपराधिक और व्यापारिक सहयोगियों,  हथियार आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ चलाया जा रहा है।
तस्करी से धन जुटा रहे-
एनआईए को प्रारंभिक जांच में पता चला था कि ये गिरोह लक्षित हत्याओं (टारगेट किलिंग) को अंजाम दे रहे थे.ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के जरिए ऐसी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए धन भी जुटा रहे थे।
लोगों में डर पैदा किया-
आपराधियों के सिंडिकेट और गैंगस्टरों द्वारा हाल ही में किए गए सनसनीखेज अपराधों और व्यवसायियों, डॉक्टरों सहित पेशेवरों आदि को जबरन वसूली के लिए किए फोन कॉल ने लोगों के बीच व्यापक डर पैदा कर दिया था।
डराने के लिए अपराध का प्रचार-
 ये गिरोह बड़े पैमाने पर जनता के बीच आतंक पैदा करने के लिए इन अपराधों को प्रचारित करने के लिए सोशल मीडिया
 (साइबर-स्पेस) का उपयोग कर रहे थे।
विदेशों से गिरोह चला रहे-
जांच से यह भी पता चला है कि इस तरह की आपराधिक वारदात स्थानीय घटनाएं नहीं थीं, बल्कि आतंकवादियों, गैंगस्टरों और मादक पदार्थों/हथियारों के तस्करों और नेटवर्क के बीच गहरी साजिश थी, जो देश के भीतर और बाहर दोनों जगह से संचालित हो रहे थे।
कई गिरोह के सरगना और सदस्य भारत से भाग गए थे और वह पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया सहित विदेशों से गिरोह चला  रहे हैं। 
जेल से साज़िश-
इनमें से अधिकांश साजिशें विभिन्न राज्यों की जेलों के अंदर से रची जा रही थी और उन्हें गिरोह के गुर्गों के एक संगठित नेटवर्क द्वारा अंजाम दिया जा रहा था।




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