Friday 15 May 2020

भारतीय नौसेना के गद्दार बने पाकिस्तान के जासूस। गद्दारों को धन देने वाला मुंबई का व्यापारी गिरफ्तार।


भारतीय नौसेना के गद्दार बने पाकिस्तान के जासूस-
गद्दारों को धन देने वाला मुंबई का व्यापारी गिरफ्तार। 

इंद्र वशिष्ठ
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले भारतीय नौसेना कर्मियों को धन देने वाले मुंबई के व्यापारी को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया है।
एनआईए ने बताया कि जासूसों के अंतराष्ट्रीय गिरोह का सदस्य मुंबई निवासी मोहम्मद हारुन हाजी अब्दुल रहमान लकड़ावाला (49) विशाखापत्तनम जासूसी मामले में एक प्रमुख साजिशकर्ता हैं। 
इस मामले में 11नौसेना कर्मियों और पाकिस्तानी मूल की एक भारतीय नागरिक को गिरफ्तार किया जा चुका है।

भारतीय नौसेना के गद्दार बने पाकिस्तान के जासूस-
यह मामला एक अंतरराष्ट्रीय जासूसी गिरोह से संबंधित है जिसमें पाकिस्तान में स्थित और भारत के विभिन्न स्थानों के व्यक्ति शामिल हैं। 
भारतीय नौसेना के जहाजों, पनडुब्बियों और अन्य रक्षा प्रतिष्ठानों के स्थानों / गतिविधियों के बारे में संवेदनशील और ख़ुफ़िया/ वर्गीकृत जानकारी एकत्र करने के लिए पाकिस्तानी जासूस भारत में एजेंटों की भर्ती करते हैं।

सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क-
एनआईए को जांच से पता चला है कि कुछ नौसेना कर्मी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में आए और धन लाभ के बदले महत्वपूर्ण ख़ुफ़िया  जानकारी साझा करने में शामिल थे।

व्यापारी पैसा पहुंचाते-
 पैसा नौसेना कर्मियों के बैंक खातों में उन भारतीय सहयोगियों/ व्यापारियों के माध्यम से जमा किया गया था, जिनके पाकिस्तान में व्यापारिक हित हैं।

नौसेना के 11 गद्दार गिरफ्तार-
इस मामले में अब तक 14 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 11 नौसेना कर्मी और एक पाकिस्तानी मूल की भारतीय नागरिक शाइस्ता क़ैसर शामिल हैं।
पिछले साल नवंबर में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा थाने में सीआई सेल ने इस सिलसिले में मामला दर्ज किया था।
इसके बाद दिसंबर में एनआईए ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। 

व्यापार की आड़ में पाकिस्तान में जासूसों से मुलाकात-
एनआईए को जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद हारून लकड़ावाला सीमा पार व्यापार करने की आड़ में अपने आकाओं/ हैंडलर्स से मिलने के लिए कई बार कराची, पाकिस्तान का दौरा कर चुका है। 
इन यात्राओं के दौरान वह दो पाकिस्तानी जासूसों अकबर उर्फ़ अली और रिज़वान के संपर्क में आया जिन्होंने उसे नियमित अंतराल पर नौसेना कर्मियों के बैंक खातों में पैसा जमा करने के निर्देश दिए। वही अलग-अलग माध्यमों से किया गया।
मोहम्मद हारुन के घर पर तलाशी के दौरान एनआईए द्वारा कई डिजिटल उपकरणों और  दस्तावेजों को जब्त किया गया है।



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